विज्ञान के आधुनिक युग में इन्टरनैट के बढ़ते उपयोग के चलते साईबर अपराधी आसानी से लोगों को अपना शिकार बनाते हैं । कोरोना काल के बाद समाज के हर वर्ग व उम्र के व्यक्तियों के बीच इन्टरनेट का उपयोग स्तर बढ़ता जा रहा है । ऐसे में साईबर अपराधी बच्चों को आसानी से शिकार बना रहे हैं । इस प्रकार बच्चों और युवाओं के साथ हनी ट्रैप के मामले भी संचालित हो रहे हैं ।
जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भोरिया ने बताया कि साईबर अपराधों से बचाव का सबसे बड़ा एकमात्र उपाय इसके प्रति जागरूकता है । यदि हम जागरूक और सचेत होंगे तो साईबर अपराधी अपने मन्सूबो में कामयाब नहीं हो सकते । उन्होंने बताया कि पुलिस महानिदेशक के निर्देशानुसार जिला कुरुक्षेत्र में साईबर थाना की स्थापना की गई है । इसके साथ-साथ सभी थानों में साईबर हेल्प डेस्क बनाए गये हैं जिनके माध्यम से साईबर पीडितों की सहायता की जाती है। समय-समय पर पुलिस द्वारा साईबर अपराधों से बचाव हेतु जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करके आमजन को साईबर अपराधों से बचने बारे जागरुक किया जाता है। एडवाईजरी जारी कर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आज की इस डिजिटल दुनिया में किसी अन्जान व्यक्ति के साथ अपनी निजी जानकारी शेयर न करें। अगर किसी भी प्रकार की कोई वारदात घटित हो जाती है तो तुरन्त राष्ट्रीय साईबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर कॉल करके सूचित करें । इसके अलावा साईबर अपराधी अलग-2 तरीके अपनाकर लोगों को किसी प्रकार का लालच देकर अपने जाल में फंसा लेते हैं और उनके साथ ठगी को अन्जाम देते हैं। ऐसे अपराधियों से बच कर रहें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब, फ्री रिचार्ज व अन्य किसी प्रकार लुभावनें ऑफरों को लेने से बचें औऱ साईबर अपराधों के प्रति जागरुक रहें । किसी भी प्रकार के लालच औऱ डर से बचें । क्योंकि साईबर अपराध या तो किसी लालच में होता है या फिर डर में । इसलिये हम सावधान रहकर ही इन अपराधियों से अपना बचाव सकते हैं ।
साईबर/ऑनलाईन ठगी का शिकार होने से बचने के उपाय । धोखाधडी होने पर यहां करें शिकायत ।
इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साईबर अपराधियों द्वारा लाटरी, एनी डेस्क ऐप, टीम व्यूवर, एसएमएस फावर्डिंग एप, लोन एप, फेक कस्टमर केयर नम्बर आदि के माध्यम से लोगों को ठगी से बचने के तरीके बताकर जाकरुक करें व स्वयं भी जागरुक रहें । साथ ही बताया कि ऑनलाइन जॉब, क्रेडिट और डेबिट क्रार्ड की डिटेल प्राप्त कर भी साईबर ठग खातों से रुपये उड़ा रहे है। पुलिस ने लोगों से अपील की कि लोग झूठे प्रलोभनों से बचें। यदि इसके बावजूद साइबर क्राइम के शिकार होते हैं तो तुरन्त भारत सरकार द्वारा जारी साइबर क्राइम हेल्प लाईन नम्बर 1930 पर काल करे सूचना दें । साथ ही बताया कि साइबर धोखाधड़ी के मामलों में अपनी शिकायत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https//www.cybercrime.gov.in पर या नजदीकी पुलिस थाना/चौंकी में शिकाय़त दर्ज करवा सकते हैं।

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