राजस्थान में दिसंबर 2023 में विधानसभा चुनाव हैं। चुनावी तैयारियों के चलते अब जजपा ने राजस्थान क रूख कर लिया है। JJP राजस्थान की जाट बाहुल्य 18 सीटों पर फोकस कर रही है। JJP ने राजस्थान के सूरतगढ़ में 2 दिन पहले किसान महापंचायत की।
JJP हरियाणा में 2019 विधानसभा चुनाव के अपने घोषणा पत्र के सहारे राजस्थान में एंट्री कर रही है। इसे राजस्थान में लागू करने के वादे कर रही है। हालांकि इस चुनावी घोषणा पत्र से उसे हरियाणा में 90 में से 10 सीटें हासिल हुई थीं। राजस्थान में पार्टी ने कुछ समय पहले ही पार्टी पदाधिकारियों की नियुक्ति की है।
यह हैं घोषणा पत्र के वादे
राजस्थान में स्थानीय निवासियों को 75 प्रतिशत आरक्षण का वादा है। पंचायतों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण का वादा किया जा रहा है। हरियाणा सरकार द्वारा किसानों की फसल खराब होने पर दिए जाने वाले मुआवजे, सब्जियों के लिए भावान्तर भरपाई और बुढ़ापा पेंशन 2750 रुपए देने जैसी योजनाओं का भी जिक्र किया गया।
किसानों पर डाले जा रहे डोरे
जजपा चुनाव में अपना फोकस किसानों पर रख रही है। हरियाणा में जजपा ग्रामीण मतदाताओं की पार्टी मानी जाती है। इसके चलते जजपा ने राजस्थान में किसानों पर फोकस किया है। डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने अपने पड़दादा और पूर्व उप प्रधानमंत्री के नाम पर वोट मांगे हैं।
उन्होंने कहा कि भूतपूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल कहते थे ” ऐ भोले किसान, उठ अपने को जान ले और बोलना सीख ले। उन्होंने कहा कि आज कितने विधायक हैं, जो विधानसभा में किसान की आवाज़ उठाते हैं, सब चुप हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपकी आवाज विधानसभा में गूंजे तो जननायक जनता पार्टी का साथ दो।
पिता अजय चौटाला लड़ चुके चुनाव
जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला राजस्थान के नोहर और दांतारामगढ़ क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। इससे पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल भी राजस्थान से सांसद रह चुके हैं। चौटाला परिवार की पिछली पीढ़ियां राजस्थान से ही हरियाणा में आई थीं।