राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, सांसद कार्तिकेय शर्मा, सांसद कृष्ण लाल पंवार, एसीएस राजेश खुल्लर ने किया जीओ गीता ऐप का शुभारंभ, 23 दिसंबर 2023 तक 1 करोड़ 25 लाख अष्टादश श्लोकी गीता पाठ करवाने का लक्ष्य किया जाएगा पूरा, 15 भाषाओं में होगी अष्टादशी गीता श्लोक, जीओ गीता की तरफ से जल्द शुरू किए जाएंगें सर्टिफिकेट कोर्स, पवित्र ग्रंथ पूजन के साथ शुरु हुआ कार्यक्रम
कुरुक्षेत्र 23 जुलाई हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि जीओ गीता ऐप के गीता जीवन गीत के माध्यम से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश विश्व के कोने कोने तक पहुंचेंगे। इन गीता उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का प्रयोग किया जा रहा है। इस डिजिटल प्लेट फार्म के जरिए जीओ गीता 23 दिसंबर 2023 गीता जयंती के दिन तक सवा करोड़ अष्टादशी श्लोकी गीता पाठ का लक्ष्य पूरा करेंगी।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय रविवार को गीता ज्ञान संस्थानम के सभागार में जीओ गीता की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, सांसद कार्तिकेय शर्मा, सांसद कृष्ण लाल पंवार, हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश खुल्लर, सेवानिवृत चीफ जस्टिस एमएम कुमार, आरआरएस के प्रांत प्रचारक विजय, स्वामी राजेंद्र दास ने पवित्र ग्रंथ गीता का पूजन किया और दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। इस दौरान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय व गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने जीओ गीता ऐप गीता जीवन गीत का लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम में 23 दिसंबर 2023 गीता जयंती के दिन तक सवा करोड़ अष्टादशी श्लोकी गीता पाठ करने के लक्ष्य को पूरा किया जाएगा। इस दौरान गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने घोषणा की है कि गीता संस्थानम में जल्द ही सर्टिफिकेट कोर्स शुरू कर दिए जाएंगें। राज्यपाल ने जीओ गीता ऐप का लोकार्पण कर गीता का संदेश विश्व के कोने कोने तक पहुंचाने का सफल प्रयास करने जा रहे है। इस गीता जीवन गीत वैश्विक महा अभियान का मूल उद्देश्य घर घर में ही गीता के ज्ञान की ज्योति प्रज्वलित करके विश्व में शांति सद्भाव का वातावरण तैयार करना है। इससे प्रत्येक मानव के हृदय में ऐसी ऊर्जा का संचार होगा जिससे समाज में उदासी और अपराध की भावना समाप्त हो और मानसिक शांति की अनुभूति का एहसास हो।
उन्होंने गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्वामी ज्ञानानंद महाराज के प्रयासों से आज पूरे विश्व में पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश का प्रचार प्रसार हो रहा है। यह पावन धरा कुरुक्षेत्र भारतीय सभ्यता और संस्कृति की जन्मस्थली और आध्यात्मिक चिंतन की प्राचीनतम एवं धार्मिक केंद्र है। इस धरा को भगवान श्री कृष्ण की कर्म भूमि कहा गया है। यह प्रदेश का सौभाग्य है कि इस धरा से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश पूरी मानवता तक पहुंच रहे है। उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का आह्वान किया कि युवा पीढ़ी तक पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश पहुंचाने में अपनी अहम भूमिका अदा करनी चाहिए। इस पवित्र ग्रंथ में पूरी मानवता की समस्याओं का समाधान निहित है और विश्व को शांति का संदेश देने का एकमात्र ग्रंथ है। बेशक गीता हिंदुओं की आस्था का ग्रंथ है लेकिन यह ग्रंथ पूरी मानवता का ग्रंथ है। आज प्रत्येक मानव को इस ग्रंथ के उपदेशों को अपने जीवन में धारण करने चाहिए।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता को शिक्षा के साथ जोड़ना बहुत जरूरी है। इसलिए गीता ज्ञान संस्थानम में जल्द की सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए जा रहे है। इन कोर्सो को शुरू करने की घोषणा एक दो दिनों तक कर दी जाएगी। इस पावन धरा पर भगवान श्री कृष्ण ने गीता के उपदेश दिए। यह उपदेश पूरी मानव जाति के लिए आज भी प्रासंगिक है। यह उपदेश समाज के हर वर्ग के लिए है। इन उपदेशों को जन जन तक पहुंचाने के लिए जीओ गीता की तरफ से प्रयास किए जा रहे है। इसके लिए जीओ गीता केवल अपना कर्म कर रही है। यह संस्थान उपदेशों को पूरे विश्व तक पहुंचाने का आधार बनेगा। इस उद्देश्य को जहन में रखकर जीओ गीता ऐप तैयार की गई है। इस ऐप पर गीता के 18 अध्यायों में से 18 श्लोकों का चयन किया गया है। इन अष्टादशी श्लोकों को जीओ गीता ऐप में 15 भाषाओं में शामिल किया गया है। इसके साथ लक्ष्य निधाॢरित किया गया है कि गीता जंयती तक 23 दिसंबर 2023 तक सवा करोड़ अष्टादशी गीता पाठ किए जाए। इन श्लोको को देश विदेश तक पंहुचाने में जीओ गीता ऐप अहम भूमिका अदा करेगा। इस ऐप के जरिए जेलों, नशा मुक्ति केंद्र, अनाथ आश्रमों, कुष्ट आश्रमों तक गीता के श्लोक पहुंचाएं जाएंगें।
सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि गीता के प्रचार प्रसार के लिए एक नया आयाम स्थापित किया जा रहा है। इस कार्य में उनका नेटवर्क अहम भूमिका अदा करेगा और हर प्रकार का सहयोग करेंगा। इन गीता उपदेशों को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए हर भरसक प्रयास किए जाएंगें। इस पावन धरा पर कर्म करने का संदेश दिया गया। इस संदेश को पूरी मानव जाति को अपने जीवन में धारण करने की जरूरत है। सांसद कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता किसी एक धर्म का नहीं है अपितु यह ग्रंथ पूरी मानव जाति के लिए है। इस ग्रंथ के उपदेशों  से अच्छे कर्म करने का मार्ग मिलता है। इन अच्छे कर्मों के माध्यम से एक अच्छे नागरिक का निर्माण किया जा सकता है।
हरियाणा सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश खुल्लर ने कहा कि जीओ गीता ने ऐप तैयार करके एक अदभूत कार्य किया है। इस छोटे से प्रयासों से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश आमजन तक सहजता से पहुंच पाएंगें। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद की सोच के अनुसार राज्य सरकार की तरफ से शिक्षा विभाग के साथ साथ अन्य विभाग गीता के उपदेशों को जन जन पहुंचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इन उपदेशों को हर मानव को अपने अंदर धारण करना होगा। इन उपदेशों को धारण करने से कल्याणा संभव होगा और मन को शांति मिलेगी। इन उपदेशों का मनन करने से ही प्रभु की प्राप्ति होगी।
आरआरएस के प्रांत प्रचार विजय ने कहा कि गीता हमे कर्म करने का संदेश देती है। इन उपदेशों का धारण करने के बाद मनुष्य में एक नई सोच का संचार होता है। इन विचारों से विश्व गुरु के सपने को साकार किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में सेवानिवृत जस्टिस एमएम कुमार, गजेंद्र सोंलकी, गजेंद्र चौहान, पूर्व कुलपति मारकंडेय आहुजा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। जीओ गीता से पीके मित्तल ने मेहमानों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में सहारनपुर से नेत्रहिन छात्रों ने बेहतरीन गीता पाठ की प्रस्तति दी और वृंदावन से वृंदा व रमया ने श्लोकों की प्रस्तति देकर सबका मन मोह लिया। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में कार्यक्रम के संयोजक जितेंद्र ढींगड़ा का अहम योगदान रहा। इस कार्यक्रम के मंच का संचालन केडीबी के पूर्व मानद सचिव एमएम छाबड़ा ने किया। इस मौके पर उपायुक्त शांतनु शर्मा, एसपी सुरेंद्र भोरिया, वीसी डा. राजबीर सिंह, वीसी सोमनाथ सचदेवा, विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश गुप्ता, प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

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