बोले: धर्म प्रचार पर खर्च किए जाएंगे अढ़ाई करोड़ रुपये
स्वास्थ्य, भवन निर्माण, सहायता व खेलकूद सहित अन्य क्षेत्रों में खर्च करेगी संस्था : बाबा कर्मजीत सिंह
कुरुक्षेत्र, 17 मार्च
हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी ने 106 करोड़ 50 लाख रुपये का बजट पारित किया है। हर क्षेत्र में अहम कार्य करने के लिए संस्था द्वारा तय राशि का बजट रखा गया है। बजट सहित अन्य कई प्रस्ताव संस्था की कार्यकारिणी समिति की पहली बैठक में मोहर लगाई गई। संस्था के हैड ऑफिस श्री गुरु रामदास सरां में हुई कार्यकारिणी समिति की बैठक का नेतृत्व एचएसजीएमसी के प्रधान महंत कर्मजीत सिंह ने किया। बैठक में संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध, उप प्रधान गुरमीत सिंह तिलोकेवाला, महासचिव गुरविंदर सिंह धमीजा, संयुकत सचिव मोहनजीत सिंह पानीपत, कार्यकारिणी समिति मैंबर बीबी रविंदर कौर अजराना, रमणीक सिंह मान, जसवंत सिंह दुनियामाजरा, जगसीर सिंह मांगेआना, विनर सिंह, गुरबखश सिंह खालसा की मौजूदगी में महत्वपूर्ण बजट पास किए गए।
पत्रकारों से रूबरू होते हुए एचएसजीएमसी प्रधान बाबा कर्मजीत सिंह ने बताया कि संस्था द्वारा अपना पहला बजट पास कर दिया गया है, जिसकी राशि 106 करोड़ 50 लाख रुपये है। हरियाणा की कमेटी का प्रथम बजट पास होने पर प्रदेश की संगत को बधाई देते हुए उन्होंने बताया कि कुल बजट का चौथा हिस्सा शिक्षा क्षेत्र में खर्च करने का फैसला लिया गया है, ताकि प्रदेश की सिख संगत व कर्मचारियों के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान की जा सकें। धर्म प्रचार के लिए अढ़ाई करोड़ रुपये पास किए गए हैं। यही नहीं, कर्मचारियों के वेतनमान व भत्तों के लिए 16 करोड़ रुपये रखे गए है। लंगर व प्रसाद के लिए 13 करोड़ 50 लाख रुपये का बजट रखा गया है, जबकि भवनों की मुरम्मत व नवीनीकरण के लिए भी संस्था ने 2 करोड़ रुपये की राशि का प्रस्ताव पास हुआ है। यही नहीं, एचएसजीएमसी ने स्वास्थ्य सहायता के लिए 50 लाख, खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए 25 लाख रुपये, शिगलीगर व बंजारा बिरादरी के उत्थान हेतु ५० लाख रुपये की राशि रखी गई है। ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी के बारे में बोलते हुए एचएसजीएमसी प्रधान ने कहा कि इस पवित्र स्थान का मॉडल के रूप में नवीनीकरण किया जाएगा। इतना ही नहीं, संस्था द्वारा एक डीजिटल अजायब घर भी बनाया जाएगा। तकनीकी कोर्स के शिक्षण संस्थान के लिए भी 2 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया है। उन्होंने संगत से आह्वान किया कि 29 मार्च को ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी के पवित्र सरोवर में कार सेवा शुरु की जाएगी, इसलिए संगत इस सेवा में शामिल होकर गुरु साहिब की खुशियां प्राप्त करें। इस मौके पर कवलजीत सिंह अजराना, तजिंदर सिंह मक्कड़, एचएसजीएमसी के सचिव सर्वजीत सिंह, धर्म प्रचार के सचिव मुखत्यार सिंह, मैनेजर अमरिंदर सिंह, मैनेजर कुलदीप सिंह भानोखेड़ी सहित अन्य मौजूद रहे।
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सिख को-आप्रेटिव बैंक भी बनाएगी एचएसजीएमसी
हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी द्वारा सिख को-आप्रेटिव बैंक भी बनाया जाएगा। इस बारे में जानकारी देते हुए एचएसजीएमसी प्रधान बाबा कर्मजीत सिंह ने बताया कि संस्था द्वारा सिख को-आप्रेटिव बैंक का निर्माण किया जाएगा, जिसमें सिख संगत के बच्चों को नौकरी की सुविधा दी जाएगी। प्रधान ने बताया कि उनका यह सपना है, जिसे वे जल्द से जल्द पूरा करने के लिए काम करेंगे।
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साल 2014 के बाद गई राशि का लिया जाएगा हिसाब
एचएसजीएमसी प्रधान बाबा कर्मजीत सिंह ने मीडिया के माध्यम से अपनी बात रखते हुए कहा कि जुलाई 2014 में हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी का विधेयक बना था, जिसे देश की सर्वोच्च अदालत ने वर्ष 2014 से ही लागू किया है। इसलिए एचएसजीएमसी मांग करती है कि साल 2014 के बाद से जितनी राशि गई है, उसका शिरोमणि गुरुद्वाराा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर से हिसाब भी लिया जाएगा।
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चंडीगढ़ की जायदाद में भी एचएसजीएमसी का 40 प्रतिशत है हिस्सा
प्रधान बाबा कर्मजीत सिंह ने दावा किया कि जब साल 1966 में हरियाणा को अलग प्रदेश बनाया गया, तो उस समय एक्ट में यह भी जिक्र किया गया था कि चंडीगढ़ में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर की जितनी भी प्रोपटी है, हरियाणा की अलग कमेटी बनने पर कुल जायदाद का 40 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा में बनने वाली अलग कमेटी को देना पड़ेगा। इसलिए मांग की जाती है कि एसजीपीसी चंडीगढ़ की कुल जायदाद का 40 फीसदी हिस्सा एचएसजीएमसी को दें।