हरियाणवी संस्कृति को संजोने में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका : प्रो. सोमनाथ
थियेटर विधा में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय बना ओवरऑल विजेता
बेंगलुरु में आयोजित राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव में 18 विधाओं में से 16 विधाओं में जीते पुरस्कार
बेंगलुरु के जैन विश्वविद्यालय में 36वें एआईयू राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव में कुवि ने किया शानदार प्रदर्शन
कुरुक्षेत्र, 28 फरवरी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने पहली बार अखिल भारतीय विश्वविद्यालय संघ के 36वें राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव में इतिहास रचते हुए 18 विधाओं में से 16 विधाओं में पुरस्कार जीतकर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने युवा सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक, सभी विजेता प्रतिभागियों सहित पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए गौरव एवं खुशी के क्षण हैं। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणवी संस्कृतिक को संजोने में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने देश-विदेश में हरियाणवी संस्कृति एवं विरासत का परचम लहरा रहा है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की देश व दुनिया में अपनी एक विशिष्ट पहचान है इसका सबसे बड़़ा कारण यह है कि विश्वविद्यालय ने विज्ञान एवं तकनीक के साथ-साथ कला, संस्कृति, साहित्य व सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का महत्वपूर्ण काम किया है। उन्होंने कहा कि धरोहर संग्रहालय को स्थापित कर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने हरियाणा की कला एवं संस्कृति को नए आयाम देने का कार्य किया था। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय है। राष्ट्रीय स्तर पर इस विश्वविद्यालय की गिनती देश के श्रेष्ठ 8 राज्य विश्वविद्यालयों में होती है।
युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि 24 से 28 फरवरी 2023 तक जैन विश्वविद्यालय बेंगलुरु में 36वें अखिल भारतीय विश्वविद्यालय संघ द्वारा आयोजित राष्ट्रीय उत्सव में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने स्वयं के इतिहास में पहली बार भाग 18 विधाओं में से 16 विधाएं सांस्कृतिक टीमों ने कुल 18 में से 16 विधाओं में पुरस्कार प्राप्त कर रिकार्ड बनाया। उन्होंने बताया कि इस सांस्कृतिक उत्सव प्रतियोगिता की थियेटर विधा में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ओवरआल चैम्पियन भी बना है। उन्होंने बताया पूरे भारत से इस राष्ट्रीय उत्सव में 125 से अधिक विश्वविद्यालयों के दो हजार से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। गौरतलब है कि इससे पहले राष्ट्रीय उत्सव 4 विधाओं से अधिक पुरस्कार नहीं जीते थे।
डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने प्रोसेशन, फोक ट्राइबल डांस, वन एक्ट प्ले, मिमिक्री, स्किट, फॉक ऑरकेस्ट्रा सहित इंस्टॉलेशन में प्रथम पुरस्कार प्राप्त कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि वैस्ट वोकल सोलो, वैस्ट इंस्ट्रुमेंटल सोलो, क्ले मॉडलिंग तथा क्लासिकल इंस्ट्रुमेंटल सोलो परक्युशन में द्वितीय स्थान हासिल किया।
उन्होंने बताया कि क्लासिकल इंस्ट्रुमेंटल सोलो नॉन पर्क्यूशन, माइम, ऑन द स्पॉट पेंटिंग व फोटोग्राफी में तृतीय स्थान प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि सभी प्रतिभागियों ने पूरे जोश से राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया।
इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. शुचिस्मिता, टीम मैनेजर डॉ. हरविन्द्र राणा, डॉ. रामनिवास, डॉ. नीलू, डॉ. विजय, डॉ. अकरम, डॉ. शिखा, केयू सांस्कृतिक परिषद के प्रधान डॉ. संदीप, डॉ. हरविन्द्र लोंगोवाल, डॉ. रवि गौत्तम, डॉ. मनीष सहित विश्वविद्यालय का 50 छात्र-छात्राओं का सांस्कृतिक दल उपस्थित रहा।
थियेटर विधा में कुवि बना ओवरऑल चैंपियन
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने बेंगलुरु में आयोजित 36वें एआईयू राष्ट्रीय सांस्कृतिक में हरियाणवी संस्कृति एवं कला का परचम लहराते हुए थियेटर विधा की सभी प्रतियोगिताएं जीतकर ओवरऑल चैम्पियन बना है। युवा सांस्कृतिक एवं कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि यह सभी प्रतिभागियों, टीम मैनेजर एवं पूरी टीम ने कड़े परिश्रम का परिणाम है। उन्होंने संगीत प्रतियोगिता में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इस प्रतियोगिता में उपविजेता बना है।

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