डॉ. राजेश वधवा
कुरुक्षेत्र। किसानों की लंबित पड़ी मांगों को लेकर किसानों ने एक बार फिर से बड़े आंदोलन का ऐलान कर दिया है। कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में वीरवार को संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पूरे देश भर के प्रांतों से मुख्य पदाधिकारी बैठक में शामिल हुए। कई घंटों चली इस बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा ने कई अहम निर्णय लिए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेता युद्धवीर सिंह ने बताया कि किसानों की लंबित मांगों को लेकर किसान एक बार फिर से आंदोलन का रुख इख्तियार करेंगे। उन्होंने कहा कि देशभर का किसान 20 मार्च को दिल्ली की ओर कूच करेगा। उन्होंने कहा कि जब किसान दिल्ली से वापस हुए थे तब किसानों की कुछ मांगे लंबित थी। जिस पर सरकार अपने वादे पर खरे नहीं उतरी और मांगों को पूरा नहीं किया। वहीं किसान आंदोलन के दौरान हुए मामलो वह शहीद किसानों को लेकर सरकार ने वादाखिलाफी की है। उन्होंने कहा कि 20 तारीख को दिल्ली कूच करने के बाद यह एक बड़ा आंदोलन हो सकता है। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा सरकार को घेरने का काम करेगा ताकि वह अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से पूरा करवा सकें।
किसान नेता डॉक्टर सुनीलम ने बातचीत करते हुए कहा कि हमने पिछले किसान आंदोलन से बहुत कुछ सीखा है और इसलिए इस बार हम संयुक्त किसान मोर्चा का एक संविधान बनाने जा रहे हैं। जिसके आधार पर आगामी फैसले करेगा। जब कोई किसान संगठन एसकेएम से जुड़ेगा तो उसके लिए क्या नियम कानून रहेंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही एक 31 सदस्य कमेटी का गठन भी किया जाएगा। वही उन्होंने कहा कि मोहाली में चल रहे कौमी इंसाफ मोर्चा में पूरी तरह से समर्थन और सहयोग संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से दिया गया है।