हरियाणा के हिसार में संयुक्त जल संघर्ष समिति में गुटबाजी चल रही है। इसी के चलते बालसमंद में आज किसान संगठनों ने संयुक्त जल संघर्ष समिति की बैठक बुलाई है। जिसमें नए प्रधान का चयन किया जाएगा। यह मीटिंग कुरडाराम नंबरदार वाले नेतृत्व में किसान नेताओं ने बनाई है।
आदमपुर से इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ चुके मौजूदा प्रधान कुरडाराम नंबरदार ने दो किसान नेता दिलबाग हुड्डा व सतबीर पूनिया को बर्खास्त किया है, जबकि दूसरे धड़े ने विजेंद्र बैनीवाल को अपना प्रधान चुन लिया। हालांकि कुरडाराम नंबरदार ने इसे अवैध बताते हुए अभी खुद को ही प्रधान होने की बात कहते हुए 11 जनवरी को बालसमंद में किसानों व जनरल बॉडी की मीटिंग बुला ली।
इस मीटिंग में कमेटी की ओर से पिछले संघर्ष के दौरान करवाए गए विभिन्न कार्यों का ब्योरा इलाके के किसानों को सौंपा जाएगा और इसके बाद किसानों की राय और कमेटी के सदस्यों की ओर से नए प्रधान को नई जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी।
दूसरे पक्ष का यह था दावा
दूसरी ओर संयुक्त जल संघर्ष समिति के सतबीर गढ़वाल का कहना था कि पुरानी जल संघर्ष समिति में 31 सदस्य थे। जिसमें से 24 सदस्य बुधवार को मीटिंग में मौजूद रहे। समिति 2018 में गठित की गई थी। तब दिलबार हुड्डा संरक्षक, सतबीर पूनिया महासचिव, थे। हमारी समिति गैर राजनीतिक है। कुरडाराम ने चुनाव लड़ा था, इसलिए उन्हें हटा दिया गया। हमने विजेंद्र बैनीवाल को प्रधान चुना है।