हरियाणा में बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में हड़ताल पर चल रहे MBBS स्टूडेंट्स के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) भी उतर आई है। BKU के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार को बॉन्ड पॉलिसी वापस न लेने पर भावी डॉक्टरों के साथ भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी है।

चढूनी ने कहा कि अगर सरकार तुरंत फैसला नहीं करती तो पूरे हरियाणा के किसान और मजदूर PGI रोहतक स्टूडेंट्स के साथ आंदोलन करेंगे।

बता दें कि रोहतक और करनाल में MBBS स्टूडेंट्स बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में भूख हड़ताल पर चले हुए हैं। सरकार के साथ कई बार की वार्ता होने के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला है।मरीजों को भी खामियाजा भुगतना पड़ रहा।

करनाल और रोहतक में चल रहा धरना
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि पिछले कई दिनों से करनाल मेडिकल कॉलेज और PGI रोहतक में MBBS स्टूडेंट्स बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में हड़ताल कर रहे हैं। जिसकी वजह से स्टूडेंट्स की पढ़ाई तो प्रभावित हो रही है, वहीं मरीजों को भी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। बता दें कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन भी हड़ताली स्टूडेंट्स को अपना समर्थन दे चुकी है।

गरीब परिवार का होनहार बच्चा नहीं बन सकेगा डॉक्टर
चढूनी ने कहा कि हरियाणा सरकार ने MBBS की फीस 4 लाख से बढ़ाकर 40 लाख रुपए कर दी है। सरकार की इस पॉलिसी के बाद कोई आम परिवार का होनहार बच्चा डॉक्टर नहीं बन सकता। चढूनी ने कहा कि जो 40 लाख रुपए फीस भरकर डॉक्टर बनेगा वह मरीजों के साथ क्या करेगा ? बॉन्ड पॉलिसी वापस न होने के बाद इलाज महंगा हो जाएगा। सरकार लोगों को मारने पर तुली हुई है।
यह मुद्दा अकेले डॉक्टरों का नहीं
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि यह मुद्दा अकेले डॉक्टरों का नहीं है, बल्कि पूरे देश का है। जिस देश में 22 करोड़ लोग भूख मरते हैं, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां की स्थिति क्या होगी। उन्होंने कहा कि छात्र आर्थिक रूप से कमजोर हैं, वह MBBS नहीं कर सकेगा।

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