-श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य समिति की प्रैस वार्ता
-शंकराचार्य के अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रभारी एवं आदित्य वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमचंद झा ने किया संबोधित
कुरुक्षेत्र, 28 नवंबर : श्रीमज्जगद्गुरु पुरी शंकराचार्य स्वागत समिति कुरुक्षेत्र द्वारा चतुर्थ हिंदु राष्ट्र अधिवेशन का आयोजन 30 नवंबर को सैनी समाज भवन में किया जा रहा है जिसमें समस्त भारतवर्ष से अनुमानतः 1200 प्रतिनिधि शामिल होंगे। बुधवार को होने वाले इस भव्य कार्यक्रम की जानकारी देते हुए आज सैनी समाज भवन में आयोजित प्रैस वार्ता में पुरी पीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रभारी एवं आदित्य वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमचंद झा ने बताया कि यह कार्यक्रम दो सत्रों में होगा। प्रथम सत्र में सुबह 11 से 1 बजे तक संगोष्ठी, दीक्षा एवं दर्शन का आयोजन डांढ रोड स्थित कार्यक्रम संयोजक धर्मपाल टाया के निवास पर होगा। द्वितीय सत्र में राष्ट्र अधिवेशन 4 बजे से आरंभ होगा जिसमें शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती अपने ओजस्वी विचारों से सनातनीयों में राष्ट्र के प्रति कर्तज्ञता का भाव लाने हेतु संबोधित करेंगे। प्रेमचंद झा ने बताया कि कालांतर में तीन बड़े हिंदु राष्ट्र अधिवेशन संपन्न हो चुके हैं जिनमें पूज्य शंकराचार्य जी ने भारतीय जनमानस में हिंदु राष्ट्र की अलख जगाई है। भारत को हिंदु राष्ट्र बनाने के संकल्प पूर्ती हेतु राष्ट्रोत्थान अभियान यात्रा के अंतर्गत सितंबर 2022 से उत्तर प्रदेश के वृंदावन, महोबा, हमीरपुर, कानपुर, महाराष्ट्र के चंद्रपुर, नागपुर, उड़ीसा के पुरी,छतत्तीसगढ़ के रायपुर, गुजरात के अहमदाबाद, भुज, गांधीधाम, मोरबी, राजकोट व बड़ौदा आदि नगरों से होते हुए नई दिल्ली, हरियाणा के सोनीपत, करनाल, कैथल, अंबाला और जगाधरी इत्यादि नगरों में सनातन धर्म की पताका फहराते हुए 30 नवंबर को शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज गीतानगर कुरुक्षेत्र में अधिवेशन को संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि गुजरात के द्वारकाधीश धाम में 18 दिसंबर 2021 को प्रथम हिंदु राष्ट्र अधिवेशन, 10 अप्रैल 2022 को नेपाल के जनकपुर नगर में द्वितीय हिंदु राष्ट्र अधिवेशन और 5 मई 2022 को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में तृतीय हिंदु राष्ट्र अधिवेशन संपन्न हो चुका है। हिंदु राष्ट्र अधिवेशन की आवश्यकता एवं महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रेमचंद झा ने कहा कि भारतवर्ष के कई राज्यों में सनातन हिंदु धर्म का क्षय हो रहा है विधर्मीयों का बोलबाला चल रहा है। सनातनीयों की सुप्त आत्माओं को जगाने एवं भारत को हिंदु राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से ऐसे हिंदु राष्ट्र अधिवेशन अति आवश्यक हैं। इन अधिवेशनों का मुख्य मुद्दा हिंदु राष्ट्र बनाना, सनातन धर्म की रक्षा, भारत को विश्वगुरु बनाना, भव्य भारत का निर्माण एवं संपूर्ण भारत में सनातन संविधान लागू किया जाना प्रमुखता से शामिल है। प्रैस वार्ता में संत जनार्दन दास, संत रघुबीर दास त्यागी, कार्यक्रम संयोजक धर्मपाल टाया, सहसंयोजक राम सिंह कौल, रामचंद्र सैनी व हर्ष सिंगला, गुरनाम सैनी, प्रेम नारायण अवस्थी, आर डी शर्मा, अल्केश मौदगिल, गोवा दमन दीव से रघुवीर सिंह कादयान, अजमेर कालखा, हाकम चौधरी, लाल चंद वाल्मीकि, जागीर सिंह, अनिल गजवानी और शेखर अरोड़ा सहित अन्य सदस्य शामिल रहे।

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