सामाजिक परिवर्तन के लिए युवाओं को आगे आना होगा: प्रो. आशुतोष
कुवि के राष्ट्रीय सेवा योजना के राष्ट्रीय एकता शिविर का हुआ सफल समापन
कुरुक्षेत्र, 18 नवम्बर।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रांगण में उच्च शिक्षा विभाग हरियाणा के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय सेवा योजना कुरुक्षेत्र के कुशल निर्देशन में आजादी के अमृत महोत्सव विषय पर 12 नवंबर से 18 नवंबर 2022 बीच आयोजित राष्ट्रीय एकता शिविर का समापन समारोह शुक्रवार को कुवि के आरके सदन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर समारोह में हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया बतौर मुख्य अतिथि,  अजीत सिंह एसएनओ राष्ट्रीय सेवा योजना, देशराज, क्षेत्रीय निदेशालय, दिल्ली व प्रोफेसर आशुतोष सिंह एनआईटी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।
हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान से आगे हमें बेटी को कैसे आगे बढ़ाया जाए,  इस पर विचार करने की आवश्यकता है क्योंकि यदि बेटियां आगे बढ़ेगी तो फिर किसी प्रकार के महिला थानों की आवश्यकता नहीं होगी। बेटियों के साथ जो अमानवीय व्यवहार किए जाते हैं, उसके प्रति हम सभी को संवेदनशील होकर सोचने की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना ऐसा युवा वर्ग पैदा करती है जो समाज के लिए आयुर्वेदिक पौधे बनकर समाज को स्वच्छ स्वस्थ बनाने में अपना योगदान देते हैं।
एनआईटी के प्रोफेसर आशुतोष ने कहा कि समाज में परिवर्तन तभी संभव हो पाया है जब युवा वर्ग आगे आया है। ऐतिहासिक तथ्यों पर विचार विमर्श करके देश की आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले शहीदों को याद करते हुए सामाजिक चेतना पैदा करने की जरूरत है। देशराज ने बताया कि शिविरों में आयोजित गतिविधियां युवा वर्ग के व्यक्तित्व का विकास करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं ।उन्होंने सभी को विभिन्न प्रकार के शिविरों के बारे में विस्तार से समझाया।
राष्ट्रीय सेवा योजना के एसएनओ अजीत सिंह ने राष्ट्रीय सेवा योजना को सरकार द्वारा दिए जाने वाले सहयोग के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि शिविर हमें सभी भेदभाव भुलाकर एकता के सूत्र में बांधने का कार्य करते हैं जिस उद्देश्य को लेकर राष्ट्रीय सेवा योजना की शुरुआत की गई वह हमें पूरा होता नजर आ रहा है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक हम आतम विश्लेषण नहीं करेंगे तब तक हम अपने उद्देश्य को प्राप्त नहीं कर सकते।
समारोह की शुरुआत राष्ट्रीय लक्ष्य गीत सरस्वती वंदना के साथ की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय एकता शिविर के संयोजक डॉ आनंद कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कार्यक्रम की विस्तृत रिपोर्ट में बताया प्रतिदिन शिविर में योग व ध्यान की क्रियाएं की गई सत्र की शुरुआत राष्ट्रीय लक्ष्य गीत व सरस्वती मां की वंदना के साथ की जाती थी। सर्वप्रथम शिविर में श्रीमद्भागवत गीता के श्लोकों का उच्चारण करते हुए डॉ रामचंद्र ने उनके महत्व को सभी को समझाया गया। जिसमें विभिन्न प्रांतों से आए कार्यक्रम अधिकारियों व स्वयं सेवकों ने बड़े ही सम्मान पूर्वक आत्मसात किया। सांयकालीन सत्र में प्रतिदिन खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया। सभी ने अपनी अपनी संस्कृति को गायन नृत्य लघु नाटक आदि के माध्यम से प्रदर्शित किया। समापन समारोह पर स्वयंसेवक सेविकाओं ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपने मन की भावनाओं को व्यक्त किया शिविर के अनुभव को दूसरे प्रांत से आए कार्यक्रम अधिकारियों ने स्वयंसेवक सेविकाओं ने में साझा करते हुए सफलतापूर्वक आयोजन के लिए डॉ आनंद के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
समापन समारोह के अंतिम चरण में अतिथियों एवं संयोजक डॉ आनंद, डॉ नीरज बातिश ने सभी विजेता स्वयंसेवक सेविकाओं को सम्मानित किया। इसके साथ ही शिविर में प्रतिभागिता करने वाले सभी 200 सेवक सेविकाओं को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए तथा सभी कार्यक्रम अधिकारियों को भी प्रशंसा पत्र व सम्मान चिन्ह प्रदान किया गया डॉ. नीरज बातिश ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
शिविर में डॉ.  जिम्मी शर्मा, डॉ. संदीप, डॉ. वीर विकास, डॉ. सिद्धांत, डॉ. पदमजा, डॉ. नीलम, डॉ. धरूसा, डॉ. जय भगवान, डॉ. सपना, डॉ. दीप्ति चौधरी, डॉ. राजकमल, डॉ. श्वेता ठाकुर, डॉ.  प्रकाश बाबू आदि कार्यक्रम अधिकारियों के साथ रिचा, सोनम, सुमित, सज्जन, इंदु, खुशबू, रोहित, रविकांत, प्रवेश, पूनम आदि स्वयं सेवकों के साथ 220 स्वयंसेवक मौजूद रहे।

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