Category: International

बांग्लादेश ने भारत को 6 रन से हराया:एशिया कप में 2012 के बाद इंडिया से जीते, मुश्तफिजुर ने पलटा पासा

टीम इंडिया को एशिया कप-2023 के आखिरी सुपर-4 मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। टीम को टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी बांग्लादेश ने आखिरी ओवर तक चले रोमांचक…

टीम इंडिया 5 साल बाद जीत सकती है मेजर टूर्नामेंट:2018 में एशिया कप में ही मिली थी आखिरी कामयाबी, पिछले 10 साल में 4 फाइनल हारे

भारतीय टीम रविवार को उस इंतजार को खत्म कर सकती है जो उसके फैंस पिछले पांच साल से कर रहे हैं। क्रिकेट के किसी मेजर टूर्नामेंट में खिताबी जीत का…

अक्षर पटेल एशिया कप के फाइनल से बाहर:वॉशिंगटन सुंदर को कोलंबो बुलाया गया, भारत और श्रीलंका के बीच 17 सितंबर को फाइनल

ऑलराउंडर अक्षर पटेल चोटिल हो गए हैं। उनकी जगह वॉशिंगटन सुंदर को कोलंबो में बुलाया गया है। दरअसल टीम इंडिया को एशिया कप के फाइनल में 17 सितंबर को कोलंबो…

गुरुद्वारा नाडा साहिब से गुरबाणी कीर्तन का सीधा प्रसारण हुआ शुरु :  जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध

-वल्र्ड पंजाबी सैटलाईट टीवी के माध्यम से लाईव टैलीकास्ट परियोजना को पहनाया अमलीजामा डॉ. राजेश वधवा कुरूक्षेत्र। ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही दसवीं नाडा साहिब पंचकूला से गुरबाणी कीर्तन का सीधा…

मनाने के साथ समझने होंगे रक्षा बंधन के मायने ?

राखी के त्योहार का मतलब केवल बहन की दूसरों से रक्षा करना ही नहीं होता है बल्कि उसके अधिकारो और सपनों की रक्षा करना भी भाई का कर्तव्य होता है,…

आज हम चांद पर है

सांप और साधुओं का देश कहा जाने वाला भारत आज स्पेस टेक्नोलॉजी में दुनिया के ताकतवर देशों के साथ खड़ा है। भारत चंद्रयान-3 मिशन के साथ चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग…

घर की दहलीज से दूर होते बुजुर्ग

(बदलते परिवेश में एकल परिवार बुजुर्गों को घर  की  दहलीज से दूर कर रहें है। बच्चों को दादी- नानी  की  कहानी की बजाय पबजी अच्छा लगने लगा है, बुजुर्ग अपने बच्चों से बातों को…

कब तक ‘रैगिंग की आंधी’ में बुझेंगे सपनों के दीप?

रैगिंग के नाम पर मैत्रीपूर्ण परिचय से जो शुरू होता है उसे घृणित और विकृत रूप धारण करने में देर नहीं लगती।  रैगिंग की एक अप्रिय घटना पीड़ित के मन…

कम नियमों से ही होगा ‘विश्वास-आधारित शासन’

बिल का उद्देश्य है कि कुछ अपराधों में मिलने वाली जेल की सजा को या तो पूरी तरह से खत्म कर दिया जाए या फिर जुर्माना लगाकर छोड़ दिया जाए।…

कहाँ खड़े हैं आज हम?

(विश्व की उदीयमान प्रबल शक्ति के बावजूद भारत अक्सर वैचारिक ऊहापोह में घिरा रहता है. यही कारण है कि देश के उज्ज्वल भविष्य और वास्तविकता में अंतर दिखाई देता है.…