नई दिल्ली : रेल में सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. आंदोलन, एक्सीडेंट या फिर किसी आपातकालीन स्थिति में रेलवे के साथ- साथ यात्रियों को होने वाली परेशानी से निजात दिलाने की दिशा में एक नया प्रयास किया गया है. बता दें कि ऐसे हालातो मे कई बार ट्रेनों को रूट डायवर्ट से संचालित करना पड़ता है और कई बार ट्रेनों को रद्द करने की नौबत आ जाती है. इस स्थिति में मुश्किल और अधिक तब बढ़ जाती है, जब यात्रियों को टिकट का पैसा वापस करने में देरी हो जाती हैं.
एक तो यात्री सफर नहीं कर पाता और ऊपर से उसे अपने ही रुपए लेने के लिए इंतजार करना पड़ता है. रेलवे बोर्ड ने 24 घंटे में यात्रियों को रिफंड लौटाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है. इसमें कुछ चिह्नित ट्रेनों को शामिल किया गया है, जिसका काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.
वर्तमान में रिफंड के विकल्प
रेलवे में टिकट डिपॉजिट रिसीप्ट (TDR) के कई मामले सामने आते रहते हैं. यदि यात्री कंफर्म टिकट को रद्द करवाना चाहते हैं, तो 4 घंटे पहले टिकट काउंटर पर ही फार्म भरकर रिफंड मिल जाता है. यदि वेटिंग टिकट है तो 30 मिनट पहले भी आपको टिकट काउंटर से रिफंड मिल जाता है.
यदि कहीं ट्रेन दुर्घटना का शिकार हो गई है और यात्री प्लेटफार्म पर इंतजार कर रहे हैं तो ऐसे में चार्ट बन चुके होते हैं तो आपके लिए TDR ही रिफंड का विकल्प बचता है. इसके अलावा, किसी आंदोलन के चलते ट्रेन रद्द हुई है या फिर उसको डायवर्ट रूट से संचालित किया जा रहा है. ऐसे में यदि यात्री टिकट का रिफंड लेना चाहता है, तो TDR भरना पड़ता है. यह रिफंड आपके घर ही पहुंच जाता है.
रेलवे को यह चेक करना पड़ता है कि TDR में यात्री ने यात्रा न करने का उल्लेख किया है वह कितना सही है और किन कारणों से TDR भरना पड़ रहा है. इस प्रक्रिया के बाद ही यात्री को रिफंड मिलता है.
जल्द रिफंड देने की तैयारी
सीनियर डीसीएम नवीन कुमार झा ने बताया कि यात्रियों को रिफंड जल्द से जल्द मिले, इसको लेकर पायलट प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. TDR का रिफंड 24 घंटे में मिल जाए, इस पर रेलवे पूरा फोकस करते हुए तैयारियां कर रहा है.