नागरिक अस्पताल में खड़े 26 वर्षीय मृतका ममता के भाई विक्की ने बताया की उसकी बहन का विवाह करीब एक वर्ष पहले गांव पेलक के रहने वाले मोहित से हुई थी आरोप है की विवाह के बाद से ही दहेज़ की मांग की जाती थी जिसे कई बार पूरा भी किया गया विक्की ने बताया की मंगलवार को उसकी बहन को डिलीवरी के लिए पलवल लाया गया आरोप है की ससुराल वाले ममता के इलाज में खर्चे से बचने के लिए अलग अलग अस्पतालों में घूमते रहे और आखिरकार उन्होंने अपने जानकार अस्पताल में ममता को डिलीवरी के लिए भर्ती करा दिया उन्होंने बताया की दोपहर करीब 2 बजे ममता का बेटा ऑपरेशन के बाद पैदा हुआ और करीब 5 घंटे बाद ममता की हालत बिगड़ने लगी और अस्पताल वालो ने एक के बाद एक 15-16 इंजेक्शन ममता को लगा दिए और मरीज को रेफेर करने की कहते हुए अस्पताल से डॉक्टरों का पूरा स्टाफ भाग गया इलाज के एवं रेफेर के पेपर न होने के चलते मरीज को कही अन्य जगह पर नहीं ले जा पाए और ममता की मौत हो गई मृतका के परिजनों का आरोप है की गलत इलाज एवं ससुराल जानो की लापरवाही के चलते ममता की जान गई है और उन्हें इंसाफ दिलाया जाए पुलिस जांच के बाद ही मामले की असल सच्चाई सामने आ पाएगी