पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता जल्द से जल्द उपलब्ध करवाने के दिए निर्देश
अम्बाला 03, जुलाई- डीसी डा0 शालीन ने बुधवार को अपने कार्यालय मे अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति(अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत जिला स्तरीय सर्तकता एवं निगरानी समिति की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए एससी व एसटी एक्ट के तहत जो कार्रवाई की जा रही है उसकी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एससी एसटी एक्ट के मामलों को अधिकारी आपसी सामंजस्य के साथ निपटाएं व पीडि़त परिवार को न्याय व आर्थिक सहायता जल्द से जल्द उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए।
डीसी डा0 शालीन ने जिला स्तरीय सर्तकता एवं निगरानी त्रैमासिक बैठक मे रखे गए एससी-एसटी एक्ट के मामलो की एक-एक करके विस्तार से जानकारी हासिल की। उन्होने कहा कि ऐसा कोई केस लम्बित तो नही है जिसमे पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता का लाभ न मिला हो, इसकी जानकारी ली और आवश्यक दिशा- निर्देश दिए। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियो को निर्देश दिए कि वह समयबद्ध व आपसी तालमेल के साथ कार्य करे और पीडित परिवार को जल्द आर्थिक सहायता लाभ दिलवाना सुनिश्चत करे।
जिला कल्याण अधिकारी अनु बंसल ने मामलों की जानकारी देते हुए बताया कि बैठक मे कुल 22 मामले रखे गए जिसमे 6 मामले रदद् हो गए थे व एससी-एसटी धारा हटाई जा चुकी है। जिसमे पहले केस मे माननीय न्यायालय के निर्णय उपरांत पीडि़त परिवार को इसके तहत मिलने वाली राशि का कुल भुगतान कर दिया गया। इनमे से 10 मामलो मे अर्थिक सहायता का भुगतान कर दिया गया है और पुलिस अनुसंधान जारी है। इनमे से 1 केस मे चालान हुआ है जिसमे पुलिस अनुसंधान जारी है और माननीय न्यायालय मे भेज दिया गया है।
डीसी डा0 शालीन ने सम्बंधित अधिकारियो को निर्देश दिए कि वह पीडित परिवारो के प्रति सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए उन्हे समय पर आर्थिक सहायता लाभ दिलवाना सुनिश्चत करे। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग अत्याचार अधिनियम के मामलों में जिला कल्याण अधिकारी को तत्परता के साथ चालान भिजवाए ताकि कार्रवाई की तेजी मे किसी भी तरह की रूकावट न हो। उन्होने निर्देश दिए कि अगर किसी मामले मे एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच अधिकारी द्वारा धाराए हटा दी जाती है, ऐसे मामलो की मोनिटरिंग अवश्य करे।
इस मौके पर जिला न्यायवादी मनोज वशिष्ट, डीएसपी मुकेश कुमार, सीडीपीओ ईशा रानी, जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति के सदस्य सतपाल मेहरा, विना ढल, टीपी सिंह, ललित प्रसाद के साथ- साथ अन्य अधिकारीगण भी मौजूद रहे।