जिला पुलिस ने सरकारी काम में बाधा पहुँचाने व पुलिस कर्मचारियों को चोट मारने के दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। अपराध अन्वेषण शाखा-2 की टीम ने सरकारी काम में बाधा पहुँचाने व पुलिस कर्मचारियों को चोट मारने के आरोप में लखन सिंह पुत्र शंकर व पिंकी पुत्र मूल चन्द वासीयान कीर्तिनगर थानेसर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है ।
जाकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि दिनांक 20 अप्रैल 2024 को पुलिस को सूचना मिली कि कीर्ति नगर में दो पक्षों में लड़ाई झगडा हुआ है । सूचना पर डायल-112 इआरवी संख्या एचआर-99-0451 मौका पर पहुंची जहां पर दोनों में पार्टियों में दोनो तरफ से ईट-पत्थर चल रहे थे । इसी दौरान उनकी गाड़ी पर भी ईंटें लगी और गाड़ी का शीशा टूट गया । उसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना देने पर थाना कृष्णा गेट व अपराध अन्वेषण शाखा-2 की टीमें मौका पर पहुंची । मौका पर 20/25 अज्ञात व्यक्तियों ने अन्धेरे का फायदा उठाकर अपने मकानो की छत व गली से पुलिस फोर्स पर पथराव शुरू कर दिया। ईंटों के पथराव से पुलिस टीम में शामिल उप निरीक्षक ऋषि पाल की आँख व अन्य शरीर पर काफी चोटे लगी । पथराव से सरकारी गाडी को भी नुकसान पहुंचा है । आरोपियों ने जान से मारने की नीयत से पुलिस टीम पर पथराव किया है। उप निरीक्षक ऋषि पाल को ईलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ दाखिल करवाया गया जहां पर उसका ईलाज चल रहा है। पुलिस ने ईआरवी इंचार्ज सहायक उप निरीक्षक जसमेर सिंह की शिकायत पर थाना कृष्णा गेट में मामला दर्ज करके जाँच अपराध अन्वेषण शाखा-2 को सौंपी गई। 24 अप्रैल को अपराध अन्वेषण शाखा-2 की टीम ने मामले के आरोपी नरेश कुमार पुत्र ओमप्रकाश वासी कीर्ति नगर, अजय पुत्र बिट्टू वासी थानेसर, करण पुत्र बिंदु वासी कीर्ति नगर, कृष्ण उर्फ़ गोना पुत्र नन्दलाल वासी गांधीनगर को गिरफ्तार कर लिया था। 28 अप्रैल को उप निरिक्षक जानपाल टीम ने मामले के आरोपी आकाश पुत्र केशु राम व हर्ष उर्फ़ अभी पुत्र बजीर चन्द वासीयान कीर्ति नगर थानेसर को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों को माननीय अदालत में पेश करके अदालत के आदेश से कारागार भेज दिया था ।
दिनांक 26 जून 2024 को अपराध अन्वेषण शाखा-2 प्रभारी निरीक्षक मोहन लाल के मार्ग-निर्देश में उप निरिक्षक जानपाल टीम ने सरकारी काम में बाधा पहुँचाने व पुलिस कर्मचारियों को चोट मारने के आरोप में लखन सिंह पुत्र शंकर व पिंकी पुत्र मूल चन्द वासीयान कीर्तिनगर थानेसर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को माननीय अदालत में पेश करके अदालत के आदेश से कारागार भेज दिया ।