कुरुक्षेत्र, 13 जून। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने हरियाणा योग विभाग के सहयोग से 13 जून, 2024 को प्रातः 11.00 बजे खेल निदेशालय में योग पर सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और छात्रों ने भाग लिया। सेमिनार में योग के दो मुख्य विषय महिला सशक्तिकरण के लिए योग और कल्याण के लिए योग शामिल थे। इस सेमिनार में मनीष कुकरेजा, हरियाणा योग विभाग और कुवि की डॉ. (श्रीमती) रजनी बाली, शारीरिक शिक्षा विभाग रिसोर्स पर्सन थे।
डॉ. (श्रीमती) रजनी बाली ने 21 जून 2015 को आयोजित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के बारे में बताया। इस वर्ष 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मनुष्य को निरोग बनाने के लिए योग का महत्वपूर्ण योगदान है। योग चिंता, अवसाद, अनिद्रा, मधुमेह, हृदय रोग आदि को कम करने में मदद करता है। उन्होंने योग के 5 नियमों के बारे में बताया कि कैसे योग समग्र विकास के लिए जिम्मेदार है। कैसे योग महिलाओं को शारीरिक समस्याओं और तनाव प्रबंधन में मदद करता है। उन्होंने कहा कि योग में ऐसी कई योग क्रियाएं हैं जो लचीलापन देती हैं और इससे कई बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है।
डॉ. मनीष कुकरेजा ने दर्शकों को संबोधित करते हुए योग के व्यावहारिक पहलुओं पर जोर दिया। उन्होंने दर्शकों के साथ कई व्यावहारिक अभ्यास किये। सबसे पहले दर्शकों ने ओम उच्चारण और मंत्र उच्चारण कर महर्षि पतंजलि को याद किया। इसके बाद डॉ. कुकरेजा ने श्वास व्यायाम कराया। उन्होंने बताया कि कैसे हम सभी अपने दैनिक जीवन में ज्ञान योग, कर्म योग और भक्ति योग करते हैं। उन्होंने 3 दोष, 7 धातु और 13 अग्नि के बारे में बताया और किसी भी चीज़ को प्राप्त करने के लिए किसी भी अभ्यास को करने के लिए 3 पहलुओं दीर्घकाल, निरंतर और भक्ति की आवश्यकता होती है। उन्होंने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में हरियाणा योग आयोग की उपलब्धियों के बारे में बताया। अंत में उन्होंने दर्शकों को ध्यान में लीन कर दिया और अपनी बांसुरी की मधुर धुन से सभी की आत्माओं को जोड़ दिया।
अंत में, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. ए.आर. चौधरी ने रिसोर्स पर्सन और दर्शकों को उनकी भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया और इस तरह के सेमिनार के आयोजन के लिए खेल निदेशालय को बधाई दी। उन्होंने कहा कि योग के नियमित अभ्यास से शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। इस अवसर पर छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. ए.आर. चौधरी, निदेशक स्पोर्ट्स डॉ. राजेश सोबती और विभाग के कोच भी सेमिनार में मौजूद थे।