हीट स्ट्रोक से दूध में आई 20 प्रतिशत तक गिरावट : डा. मनजीत कटारिया
बाबैन, 2 जून
भीष्ण गर्मी व लू की वजह से हीट स्ट्रोक के कारण दूधारू पशुओं की दूध क्षमता 15 से 20 प्रतिशत तक घट गई है और पशुओं में डी-हाईड्रेशन व बंधे की समस्या बढ़ी है व बढ रही गर्मी से पशुओं को हीट स्ट्रोक हो सकता है ऐसे में 24 घंटे पानी की व्यवस्था करनी चाहिए। पशु चिकित्सक डॉ. मनजीत कटारिया ने बताया कि गर्मी में पशुओं में पानी की कमी हो जाती है और पशु का तापमान भी बढ़ जाता है। हरा चारा गर्मी में कम उपलब्ध होता है वहीं सूखा तूड़ा पशु को ज्यादा मिलता है ऐसे में पशु को पानी की पूर्ति नहीं हो पाती। वहीं, नया तूड़ा पशुओं में बंधा भी लगा देता है। गर्मी में पशुओं को दस्त भी लग जाते हैं। पशुओं में पानी व तत्वों की कमी के कारण पशु गलघोंटू व मुंह-खुर रोग पशुओं के लिए प्राणघातक साबित हो सकते हैं। यदि पशुओं को गलघोंटू रोग से बचाव का टीका लगवा लें तो बरसात में यह रोग नहीं होगा। गाय व भैंसों में फड़ सूजने या पुढे सूजने का रोग बरसात के मौसम में हो जाता है। जिसके कारण पशू कमजोर हो जाता है और दूध की उत्पादन क्षमता कम हो जाती है। पानी की कमी से पशु की खाल झरींदार हो जाती है। पशु चरना बंद कर देता है। पशु चिकित्सक ने बताया कि पशु को ठंडी जगह पर रखना चाहिए। पशु को लू में नहीं बांधे। कमरों में कूलर या फोगिंग सिस्टम का प्रबंध करें। अगर पशु पेड़ के नीचे बांधा जाता है तो उसके चारों तरफ पानी का छिडक़ाव करके रखें। पशु को दिन में तीन-चार बार पानी पिलाएं।
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बाबैन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पशु चिकित्सक डॉ. मनजीत कटारिया।