करनाल, 30 मई। एनकोर्ड (नारको कोआर्डिनेशन) की जिला स्तरीय बैठक आज यहां लघु सचिवालय में अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें औषधी नियंत्रक अधिकारी को निर्देश दिये गये कि अवैध रूप से बेची जाने वाली नशीली दवाओं पर रोक के लिये केमिस्ट दुकानों पर औचक निरीक्षण बढ़ायें। उच्च शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों से कहा कि वे नशा खोरी पर रोक के लिये विद्यार्थियों को जागरूक करें।
बैठक में औषधि नियंत्रक अधिकारी विकास राठी ने बताया कि मई के दौरान जिला में केमिस्ट की 33 दुकानों पर छापे मारे गये। इनमें से 15 के लाइसेंस निलंबित किये गये और एक का लाइसेंस आंशिक तौर पर रद्द किया गया। रामनगर में एक केमिस्ट को नोटिस जारी किया गया है। अतिरिक्त उपायुक्त ने रामनगर, प्रेमनगर सहित जिला में अन्य केमिस्ट की दुकानों पर औचक निरीक्षण बढ़ाने और नशीली दवाएं पाये जाने पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये।
इस अवसर पर उप सिविल सर्जन डॉ सिमी कपूर ने बताया कि अप्रैल में विभाग द्वारा दस जागरूकता कैंप आयोजित किये गये। इनमें नशे के आदी 120 मरीजों की पहचान की गई और 83 का इलाज शुरू किया गया । जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अधीक्षक अशोक भारद्वाज ने कहा कि स्कूलों में नशे के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए रैलियां निकाली जाती हैं। पोस्टर मेकिंग, नारा लेखन जैसी प्रतियोगितायें भी आयोजित की जाती हैं।
बैठक में जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव कुलबीर मलिक, सहायक जिला न्यायवादी लक्ष्य सैनी, डॉ. मनन गुप्ता, सहायक प्रोफेसर पूजा, प्रोजेक्ट सहायक पंकज गौड़, प्रवीण कुमार आदि मौजूद रहे।