प्रतिबंधित नशा हमारे लिए अच्छा होता तो इसके भी ठेके होते- डॉ. वर्मा

कुरुक्षेत्र। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के प्रमुख श्री ओपी सिंह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साहब के दिशानिर्देशों और पुलिस अधीक्षक श्रीमती पंखुरी कुमार के मार्गदर्शन में नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर नई पीढ़ी को नशे से दूर रहने के लिए कारण सहित प्रेरित किया जा रहा है। इस कड़ी में ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा साइकिल पर सवार होकर हरियाणा के विभिन्न ज़िलों में नशे के विरुद्ध प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं। न केवल वे जागरूक कर रहे हैं अपितु नशे की लत में पड़ चुके युवाओं का निशुल्क उपचार करा रहे हैं। आज वे पुलिस लाइन से साइकिल पर सवार होकर विभिन्न सेक्टरों से होते हुए उमरी और पीपली लाडवा सड़क पर लोगों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित कर रहे थे। वे राजकीय बहुतकनीकी संस्थान कुरुक्षेत्र में पहुंचे और विभागाध्यक्ष कंवल सचदेवा की अध्यक्षता में नशे के विरुद्ध 319 वां जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने नशे को भयंकर विषैले सर्प की संज्ञा देकर परिभाषित करते हुए कहा कि यद्यपि कोई  भी नशा मनुष्य के लिए घातक और परिवार के लिए दुःख का कारण है तथापि प्रतिबंधित नशा जो नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटांस कि श्रेणी में आता है बहुत अधिक घातक एवं जानलेवा है। उन्होंने कहा कि यद्यपि ये नशे प्रतिबंधित हैं तो भी ये लोगों की पहुँच में हैं। उन्होंने बताया कि किस प्रकार यह नशा सीमाओं के पार से भारत में प्रवेश करता है और किस प्रकार भारत के सुरक्षा तंत्र इन्हे पकड़ लेते हैं। उन्होंने बताया कि भारत में ड्रग्स का प्रवेश एक षड्यंत्र है जो युवा पीढ़ी को भीतर से खोखला करना चाहते हैं। उन्होंने विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि यदि ये नशे किसी भी रूप में हमारे लिए अच्छे होते तो सबसे पहले हमारे माता पिता हमे सेवन के लिए देते और सरकार इनके ठेके खोल देती। उन्होंने ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबर 9050891508 का वर्णन किया और बताया कि गुप्त सूचनाएं देकर नशा मुक्त भारत अभियान को सार्थक करें। इस अवसर पर 106 शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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