यूट्यूबर बॉबी कटारिया को बजघेड़ा थाना पुलिस ने कबूतरबाजी के आरोप में सेक्टर-109 से गिरफ्तार किया है। आरोप है कि नौकरी के नाम पर वह लोगों को विदेश भेजता था। इसकी ऐवज में उनसे लाखाें रुपए वसूले जाते थे। विदेश भेजने के बाद उन्हें बंधक बना लिया जाता था और उनसे जबरन काम कराया जाता था। एक युवक जब बॉबी कटारिया के माध्यम से साउथ एशिया गया तो वहां उससे मारपीट कर एक फर्जी कॉल सेंटर में काम कराया गया। उसका पासपोर्ट भी छीन लिया गया। किसी तरह से वह उनके चंगुल से छूटकर स्थानीय पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के पास पहुंचा जिन्होंने उसे वापस भारत भेज दिया जिसके बाद उसने गुड़गांव पुलिस को आपबीती बताकर उसके खिलाफ बजघेड़ा थाना पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने बॉबी कटारिया के खिलाफ मानव तस्करी सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।पुलिस की मानें तो प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि गुड़गांव से करीब 150 भारतीयों को इसी तरह से तस्करी कर विदेश भेजा गया जहां उन्हें बंधक बनाकर जबरन काम पर लगाया गया। इसमें महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस की मानें तो उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के रहने वाले अरुण कुमार व हापुड़ के रहने वाले मनीष तोमर ने पुलिस को शिकायत देकर इस पूरे कबूतरबाजी के गिरोह का भंडाफोड़ किया। उन्होंने पुलिस को बताया था कि वे वे इंस्टाग्राम पर अपने-अपने स्तर पर यूट्यूबर बॉबी कटारिया के टच में थे। बॉबी के यूट्यूब चैनल पर विदेश में नौकरी दिलाने का विज्ञापन देखा। जिसके बाद उन्होंने बॉबी कटारिया से संपर्क किया। इसके बाद बॉबी ने उन्हें सेक्टर-109 स्थित अपने ऑफिस बुलाया। 1 फरवरी 2024 को अरुण कुमार बॉबी से मिलने पहुंचा और नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। 13 फरवरी को बॉबी के कहे अनुसार उसकी एमबीके ग्लोबल वीजा कंपनी के खाते में रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके अलावा उसने अलग-अलग बैंक खातों में भी रुपए ट्रांसफर कराए। रुपए देने के बाद अरुण को वैन्टाइन की टिकट भिजवाई गई। और 28 मार्च को अरुण भारत से वैन्टाइन चला गया। इसी तरह मनीष तोमर से भी रुपए लेकर उसे सिंगापुर भेजने की बात कहकर वैन्टाइन की फ्लाइट में भेज दिया। जब दोनों वैन्टाइन एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उन्हें अभी नामक युवक मिला जिसने खुद को बॉबी कटारिया का पाकिस्तानी एजेंट बताया और उन्हें एक होटल में ले गया।

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