नवीन जिंदल और गुप्ता दोनों ही बड़े पूंजीपति हैैं और राजनीति में सिर्फ अपने व्यापार को बढाने आए हैं, लोगों से इनको कोई सरोकार नहीं है

कैथल। इनेलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला ने सोमवार को कैथल हलका के शहर और गांव में चुनाव प्रचार किया। इस दौरान सुबह एक धार्मिक संस्था के प्रतिनिधि मंडल ने अभय सिंह चौटाला से मिलकर उनकी आवाज को ससंद में उठाने का आश्वासन देने पर समर्थन किया। गांव खुराना में अमेरिका से आए मनजीत खुराना, सीमा खुराना, कर्मबीर खुराना सहित कई एनआरआई लोगों ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया और कहा कि अभय सिंह चौटाला जुबान के धनी हैं, एक सच्चे राजनेता हैं और प्रदेश के लोगों के हितों के लिए संघर्ष करते हैं इसलिए इस लोकसभा चुनाव में उनका समर्थन करने अमेरिका से आए हैं। चौटाला ने भी उनका समर्थन करने पर आभार जताया।
लोगों को अपने संबोधन में अभय सिंह चौटाला ने कहा कि उनके सामने जो बीजेपी और आप पार्टी के उम्मीदवार खड़े हैं वो दोनों ही बड़े पूंजीपति हैैं और राजनीति में सिर्फ अपने व्यापार को बढाने आए हैं। नवीन जिंदल गांवों में जाना तो दूर आज तक व्यापार एसोसिएशन में ही नहीं आया। दस साल तक सांसद के तौर पर जिंदल ने लोगों की अनदेखी की। नवीन जिंदल का मोबाइल नंबर किसी के पास नहीं है। उसकी मां कहती है कि उसके पास भी नवीन का नंबर नहीं है। यदि किसी को कोई काम हो जाए तो उससे कहां और कैसे बात हो सकती है? किसी को नहीं पता। वो लोग चुनाव मैदान में हैं, जिनका लोगों से कोई सरोकार नहीं है।
दूसरा सुशील गुप्ता हैं, जो कभी यहां आए ही नहीं अब यहां दांव लगाने आया है। हरियाणा में अनेकों ऐसे आंदोलन हुए, जिसमें किसान आंदोलन हो, जाट आरक्षण आंदोलन हो, जेबीटी अध्यापक हों, अतिथि अध्यापक हों, मनरेगा मजदूर के आंदोलन हों, सुशील गुप्ता कभी किसी आंदोलन में दिखाई नहीं दिए। भाजपा के नेताओं ने उनके बीच में जाकर वायदे किए थे, लेकिन भाजपा ने भी उनसे किए वायदे पूरे नहीं किए। सच्चाई यह है कि इन सभी आंदोलनों का कोई सहयोग करता था तो वो केवल इनेलो पार्टी थी जिसने उनकी आवाज बुलंद की है। दरअसल इन दोनों का हरियाणा से कोई संबंध नहीं है।एसवाईएल पर भी इनेलो ने बहुत बढ़ी लड़ाई लड़ी है। एसवाईएल का जो पानी पंजाब नहीं दे रहा उससे लाखों एकड़ जमीन की सिंचाई कर सकता है। इस पानी से हरियाणा महरूम है। कांग्रेस के साथी अब ऐसी आप पार्टी के लिए वोट मांग रहे हैं जो हमें पानी नहीं दे रहे। वहीं पंजाब में कांग्रेस और आप पार्टी के नेता एक दूसरे को गालियां दे रहे हैं। और यहां उलटा अभय सिंह के खिलाफ प्रचार करते हैं कि अभय भाजपा के पक्ष में जाएगा। आज मैं यह दावे से कह सकता हूं कि हम बड़े मार्जिन से लोकसभा चुनाव जीत रहे हैं और जीतने के बाद किसी भी कीमत पर बीजेपी का साथ नहीं देंगे। हुड्डा को खुला चौलेंज है कि वे खुले मंच पर आएं। या तो वे साबित कर दें कि अभय भाजपा के साथ है। या फिर मैं साबित कर दूंगा कि हुड्डा भाजपा के साथ है।

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