अम्बाला, 22 मई-
हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या सुमन राणा के द्वारा जिला शिक्षा सदन के सभागार में बाल सुरक्षा एवं बाल अधिकारों के मुददो पर अम्बाला जिले के सभी सम्बंधित अधिकारियो के साथ बैठक की। बैठक के दौरान आयोग की सदस्या श्रीमती सुमन राणा द्वारा बताया गया की बाल सुरक्षा का मुद्दा बहुत ही गंभीर विषय हैं बाल अधिकारों का सरंक्षण करना ही हरियाणा राज्य बाल आयोग का पहला उद्देश्य हैं।
आयोग की सदस्या ने बैठक के दौरान सम्बंधित अधिकारियो कों बताया की दिन प्रतिदिन बच्चें यौन अपराध ,बाल मजदूरी , बाल विवाह , बाल तस्करी जैसे गंभीर अपराधों का शिकार हो रहे हैं। इस सब अपराधो से बच्चों का बचाव बहुत जरुरी हैं, साथ ही उन्होंने बताया की सभी विभागों को इस पर मिलकर काम करने की आवश्यकता हैं। हम सब को यह सुनिश्चित करना होगा की किसी भी प्रकार से बच्चें के किसी भी अधिकार का हनन न हो चाहे वह सुरक्षा व् जीवन जीने का अधिकार हो चाहे वो शिक्षा के साथ बिना रंग जाति धर्म छुआछूत जैसे भेदभाव के समान अवसर प्रदान करने का अधिकार हों। साथ ही सदस्या ने किशोर न्याय अधिनियम एवं पोक्सो कानून की जानकारी भी अधिकारियो के साथ साँझा की।
आयोग की सदस्या ने जिला शिक्षा अधिकारी सुधीर कालडा को निर्देश दिए की वो व्यक्तिगत तौर पर हर एक स्कूल में लगी शिकायत पेटी का निरीक्षण करें और उनमें आई शिकायतों को निजी तौर पर जल्द से जल्द निपटारा करें और सभी बच्चों की निरंतर स्कूलों में काउंसलिंग करवाई जाए और अगर कोई बच्चा /बच्ची स्कूल से लगातार अनुपस्थित हो रहा / रही है तो उस पर विशेष निगरानी अवश्य रखे और सुरक्षित वाहन पालिसी के अंतर्गत स्कूल बसों का निरिक्षण करना भी सुनिश्चित करें । बातचीत के दौरान आयोग सदस्या द्वारा बताया गया कि उनका जिला अम्बाला में तीन दिवसीय दौरा दिनांक 20 से 22 मई तक था। प्रथम दिन सदस्या द्वारा जिले के दो स्कूलों का निरिक्षण किया गया दिव्तीय दिन बाल देखरेख संस्थानों का दौरा किया और आज इस दौरे के अंतिम दिन ओपन शेल्टर होम अम्बाला कैंट व् निरिक्षण गृह अम्बाला शहर का निरिक्षण व् जिला स्तरीय स्टेक होल्डर्स के साथ मीटिंग का आयोजन किया गया।
बैठक को आगे बढ़ाते हुए अध्यक्षा बाल कल्याण समिति रंजीता ने सम्बंधित अधिकारीगण को वर्चुअल टच के बारें में जागरूक किया की किस प्रकार बच्चे इन्टरनेट के माध्यम से चाइल्ड पोर्नोग्राफी जैसे साइबर क्राइम का शिकार हो रहे हैं, जिसका प्रभाव सीधे तौर पर बच्चे के दिमाग पर पड़ रहा हैं। सम्बंधित बैठक में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुधीर कालड़ा के साथ साथ बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा रंजीता सभी सदस्यों के साथ मौजूद रही। साथ ही जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुमन बाला एवं जिला बाल कल्याण अधिकारी शिवानी सूद के साथ साथ पूर्व आयोग सदस्य परमजीत बढौला , एमडीडी ऑफ इंडिया स्टाफ, श्रम विभाग ,पुलिस विभाग, रेलवे पुलिस, चिकित्सा विभाग एवं अन्य विभिन्न विभागों से आए पदाधिकारी भी मौजूद रहे।