प्रैसवार्ता में पूर्व महासचिव मान पर अजराना ने लगाए गंभीर आरोप
डॉ. राजेश वधवा
कुरुक्षेत्र। हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के स्पोकसमैन कवलजीत सिंह अजराना ने संस्था के पूर्व महासचिव रमणीक सिंह मान पर गुरु घर का पैसा नाजायज रूप से खर्च करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। इस वजह से गुरुद्वारा श्री नाडा साहिब पंचकूला की बचत करीब साढ़े तीन करोड़ से घट कर इस वर्ष केवल 50 लाख रुपये रह गई है। यह सब कुछ वार्षिक बजट बनने के बाद सामने आया है। कंवलजीत सिंह अजराना हैड ऑफिस में हरियाणा कमेटी के बैंक खातों को डेबिट फ्रीज किए जाने को लेकर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। प्रैसवार्ता में उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाडा साहिब पातशाही दसवीं पंचकूला का वार्षिक बजट सामने आने पर पता चला है कि बिना वजह से ही गुरु घर का पैसा नाजायज रूप से खर्च किया गया है। तत्कालीन महासचिव रमणीक सिंह मान ने अपने दबदबे का इस्तेमाल करते हुए गुरु पर्व मनाने के लिए 30 लाख रुपये से अधिक खर्च कर दिए, जबकि नियमों अनुसार गुरु पर्व व मेले मनाने के लिए पिछले साल के खर्च में केवल 10 प्रतिशत बढ़ोत्तरी करके खर्च किया जाता है। नाडा साहिब में गुरु पर्व एवं दिन त्योहार मनाने पर पिछले वित्त वर्ष में 7 लाख रुपये खर्च किए गए थे, जबकि रमणीक सिंह मान ने अपना दबदबा बनाते हुए 30 लाख रुपये खर्च करवा दिए। यही नहीं, गुरु घर में कोई भी कार्य कार सेवा वाले संत महापुरुषों से कराया जाता है, लेकिन पूर्व महासचिव ने कुछ कार्य प्राईवेट तौर पर कराए हैं, जिस पर करीब 30 लाख रुपये खर्च हुए हैं। अगर यही कार्य कार सेवा वाले संत महापुरुषों से कराया जाता है, तो गुरु घर का पैसा नाजायज रूप से खर्च होने से बच जाता। अजराना ने यह भी बताया कि अकसर दुकानों का किराया हर साल बढ़ाया जाता है, लेकिन गुरुद्वारा नाडा साहिब में इसके विपरीत हुआ। नाडा साहिब में पिछले वित्त वर्ष में दुकानों का किराया 19 लाख 73 हजार रुपये था, लेकिन इस साल यह किराया घट कर 17 लाख 90 हजार रुपये हो गया। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि दुकानों का किराया घट गया हो। इसके अलावा निजी प्रयोग के लिए रमणीक सिंह मान ने दो गाडिय़ां भी गुरुद्वारा नाडा साहिब के खाते में खरीदी है। किसी भी पदाधिकारी द्वारा रमणीक सिंह मान पर अंकुश लगाने के बारे में पूछे गए सवाल पर अजराना ने कहा कि पहले किसी को भी इसका आभाष नहीं था कि पूर्व महासचिव इस तरह करेंगे। उनके द्वारा किए जा रहे काम को लेकर ही 28 मार्च को बजट मीटिंग में पदाधिकारियों का चुनाव होने पर 27 मैंबर उनके विपक्ष में खड़े हो गए। हरियाणा कमेटी के सदस्यों द्वारा उनकी खिलाफत किए जाने के बाद से ही रमणीक सिंह मान व विनर सिंह तथा उनके समर्थक मैंबर मीटिंग से चले गए थे।
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समागम का सीधा प्रसारण करवाने में भी किया गया नाजायज खर्च
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कंवलजीत सिंह अजराना ने बताया कि सफर-ए-शहादत श्रृंखला के दौरान समागमों का सीधा प्रसारण करवाया गया था। मैंबर विनर सिंह ने पूर्व महासचिव रमणीक सिंह मान के साथ मिल कर एक-एक समागम का सीधा प्रसारण 25-25 हजार रुपए में कराया, जबकि आमतौर पर सीधा प्रसारण 5-7 हजार रुपए में हो जाता है। इस तरह सफर-ए-शहादत के दौरान करवाए गए समागमों का सीधा प्रसारण करवाने पर भी जायज की बजाए नाजायज तौर पर काफी पैसा खर्च किया गया।