पूर्व मंत्री गीता भुक्कल ने दावा किया है कि विपक्षी पार्टियों के कई विधायक उनकी पार्टी के सम्पर्क में है और जल्द ही वह कांग्रेस का दामन थाम सकते है। भुक्कल मंगलवार को अपने निवास स्थान पर झज्जर में कांग्रेस की प्रस्तावित संविधान बचाओ रैली की जानकारी दे रही थी। उन्होंने बताया कि 14 अप्रैल को झज्जर जिला मुख्यालय पर कांग्रेस पार्टी की तरफ से संविधान बचाओ जनआक्रोष रैली का आयोजन किया जा रहा है। इस रैली में पूर्व सीएम चौ.भूपेन्द्र सिंह हुड्डा,कांग्रेसध्यक्ष उदयभान और राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा विशेष रूप से शामिल होंगे और जनता के नाम अपना संदेश देंगे। यहां आयोजित प्रैसवार्ता के दौरान गीता भुक्कल ने प्रदेश सरकार के मुखिया नायब सैनी पर भी अपना निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनकी भाजपा के कई मंत्रियों व विधायकों से बातचीत हुई है जोकि सीएम की कार्यशैली से नाराज है। उन्होंने एक तरह से सीएम को सलाह देते हुए कहा कि आम जनता को बरगलाने की बजाय सीएम साहब को अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनवानी चाहिए। भुक्कल के अनुसार सीएम को अपनी भाषाई शैली में सुधार करने की बहुत ज्यादा जरूरत है। पूर्व मंत्री ने रोहतक लोकसभा को माेदी बनाम राहुल गांधी चुनाव होने की बजाय अरविंद शर्मा बनाम दीपेन्द्र हुड्डा को चुनाव बताया। उन्होंने कहा कि आज मौजूदा सांसद लोगों के बीच फूल का चुनाव चिन्ह बताकर वोट मांगी जा रही है,जबकि सांसद को अपने चुनाव प्रचार के दौरान अपनी उपलब्धियां गिनवानरी चाहिए की उन्होंने रोहतक लोस से जुड़ी समस्याओं को कितनी बार संसद में उठाया। उन्होंने सांसद ने अपने काम का लेखा-जोखा पेश करते हुए श्वेतपत्र जारी करने की भी बात कही। पूर्व मंत्री विरेन्द्र डूमरखां उनकी पत्नी व सांसद बेटे के कांग्रेस में शामिल होने का स्वागत करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि डूमरखां की फिलोस्पी आरएसएस की विचारधारा पर फिट नहीं बैठती थी,यहीं वजह रहीं कि वह परिवार सहित कांग्रेस में शामिल हो गए। भुक्कल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरे देश में भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ताओं में पार्टी हाईकमान के प्रति गहरा रोष है। कारण कि इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट का खेल जिस तरह से भाजपा ने लोस चुनाव में उम्मीद्वारी को लेकर खेला है उससे पाटी का कार्यकर्ता बेहद दुखी है। उन्होंने सत्ताधारी भाजपा पर किसान,मजदूर,गरीब,व्यापारी और युवा वर्ग की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसका खामियाजा भाजपा को लोस व विस चुनाव में जरूर भुगतना पडे़गा।