केयू महिला अध्ययन शोध केन्द्र व कुरुक्षेत्र सेवा न्यास के सहयोग से अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में कुवि के डॉ. आरके सदन में कार्यक्रम आयोजित
कुरुक्षेत्र, 11 मार्च। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा है कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय महिला सशक्तिकरण के प्रति संवेदनशील है। इसी उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए केयू महिला अध्ययन शोध केन्द्र के माध्यम से कुरुक्षेत्र के गांव को गोद लेकर वहां ग्रामीण महिलाओं को सिलाई एवं कढ़ाई प्रशिक्षण तथा कम्प्यूटर प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। वे केयू डॉ. आरके सदन में केयू महिला शोध अध्ययन केन्द्र व कुरुक्षेत्र सेवा न्यास के सहयोग से अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में ‘महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण – सामाजिक समरसता की ओर बढ़ते कदम’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ ने कहा कि आज के युग में महिलाएं समाज को आगे ले जाने में बढ़-चढ़कर भूमिकाएं निभा रही है तथा आत्मनिर्भर बनकर देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि केयू छात्राएं, छात्रों की अपेक्षा अधिक संख्या में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं व अच्छे अंकों से डिग्री हासिल कर बेहतर भविष्य बना रही हैं। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र सेवा न्यास के दो नए प्रकल्पों का अनावरण कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा द्वारा किया गया जिनमें से एक महिलाओं के स्वावलंबन का प्रकल्प है, व दूसरा वंचित वर्ग के माता-पिता विहीन बच्चों को कुरुक्षेत्र सेवा न्यास द्वारा सुरक्षित करने का प्रकल्प है।
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि हालांकि हमारा संविधान लैंगिक समानता की गारंटी देता है, परन्तु समाज की संरचना इस प्रकार की है हमें बेटियों को बचाने की भी आवश्यकता पड़ गई और पानीपत से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना लागू की गई। उन्होंने भारत सरकार की महिलाओं के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं उज्ज्वला आदि जिक्र किया जो उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में कारगर सिद्ध हो रही हैं।
महिला अध्ययन शोध केन्द्र की निदेशिका प्रो. अनीता दुआ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि वर्ष 1977 में यू.एन. एसेम्बली में 8 मार्च महिला दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की और तब से ही प्रत्येक वर्ष किसी न किसी थीम के साथ यह दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का सकारात्मक प्रभाव परिवार व समाज पर पड़ता है, अतः हमें महिलाओं को आगे बढ़ने एवं आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करना चाहिए। हरियाणा महिला विकास निगम से श्रीमती मीना ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण हेतु हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रमुख योजनाओं शिक्षा ऋण योजना एवं मातृ शक्ति योजना की जानकारी दी।
इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा भी उपस्थित रहे। महिला दिवस के इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए डॉ. ममता सचदेवा व श्रीमती सुमिता शर्मा ने अपना सानिध्य दिया। इस कार्यक्रम की संयोजिका प्रो. अनीता दुआ को उनके विशेष सहयोग के लिए कुरुक्षेत्र सेवा न्यास ने धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर कुवि कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, डॉ. ममता सचदेवा, श्रीमती सुमिता शर्मा, कुरुक्षेत्र सेवा न्यास के संरक्षक श्रीमान प्रेम अनेजा ने न्यास के सभी सहयोगी जनों डॉ. मदन खन्ना, बहन अर्चना शर्मा, श्रीमती सुदेश रानी, डॉ. मनीष कुकरेजा, आशीष सभ्रवाल, अरविंद भौंडले, अरविंद सैनी, कृष्ण रंगा व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अधिकारी व सहयोगी जनों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
महिला उत्थान के कार्यों में सहभागिता के लिए किया सम्मानित
इस अवसर पर समाज की उन समाज सेवी संस्थाओं को सम्मानित भी किया गया जो समाज में विभिन्न प्रकार के उत्थान के कार्य करती हैं, व महिलाओं की सशक्तिकरण की ओर अग्रसर है। उनमें से कुछ प्रमुख संस्थान जैसे चेतना, लायंस क्लब, सार्थक संस्थान, आईएमए, रोटरी क्लब, नीमा, उडान केयर, वी विद यू, खुखरान सभा विद्या भारती, सार्थक साहित्य मंच, सर्वदा भला, कुरुक्षेत्र केमिस्ट एसोसिएशन, गीता परिवार 1974, इनर व्हील, सतयुग दर्शन, संस्कार भारती, विश्व हिन्दू परिषद, वनवासी कल्याण आश्रम, जन सहयोग, रोटरी क्लब, स्वावलंबी भारत, स्नेहा संबंध साहित्य व कुछ धार्मिक समूह जैसे दुर्गा कीर्तन, मां भद्रकाली, मां शारदा, मानव जिज्ञासु सेवा मंडल, इत्यादि को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कुवि के पंजाबी विभाग के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह व कुवि के डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. जितेंद्र जांगड़ा उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।