कुरुक्षेत्र 9 मार्च विश्व प्रसिद्ध सन्निहित सरोवर को सुंदर व विकसित बनाने की योजना पर कार्य शुरु कर दिया गया है। इस कार्य पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से करीब 74 लाख का बजट खर्च किया जाएगा। इन विकास कार्यो को पूरा करने की घोषणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की थी। अहम पहलू यह है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेशानुसार इन विकास कार्यो का शुभारंभ कर दिया गया है।
शनिवार को सन्निहित सरोवर पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में श्री ब्राह्मण तीर्थ द्वार सभा के मुख्य सलाहकार जय नारायण शर्मा, प्रधान श्याम सुंदर तिवारी, पूर्व प्रधान पवन शर्मा, प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा, केडीबी के पूर्व सदस्य राजेश शांडिल्य, विजय नरूला, कुरुक्षेत्र 48 कोस तीर्थ निगारानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, केडीबी सदस्य डा. ऋषिपाल मथाना, अशोक रोशा, डा. एम के मौदिगल, श्रवण सिंघला, विजय पंडित ने मंत्रोच्चारण के बीच सन्निहित सरोवर के जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया। इस दौरान हवन यज्ञ में सभी आहुति डाली और पूजा अर्जना भी की है।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल व कुरुक्षेत्र 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से सन्निहित सरोवर को विकसित करने के लिए विशेष बजट जारी किया है। इस बजट से सन्निहित सरोवर पर विभिन्न विकास कार्य करवाए जाएंगें। इस सरोवर पर सौंदर्यीकरण, फव्वारा प्रणाली, प्रवेश द्वार, गेट, ग्रील, 2 वाटर कूलर, प्लांटर, पार्किंग, रिपेयर वर्क सहित अन्य विकास कार्य करवाए जाएंगें। इन निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पर विशेष फोकस रखा जाएगा। अगर किसी भी स्तर पर कोई कमी पाई गई तो संबंधित अधिकारी व एंजैसी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई अमल लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी गीता महोत्सव के दौरान महर्षि दधीचि की प्रतिमा भी स्थापित की गई थी। इन तमाम विकास कार्यो के पूरा होने के बाद सन्निहित सरोवर विकसित हो पाएगा।