हमें सच्चे मन से परमात्मा को याद करना चाहिए : जिप अध्यक्षा
कुरुक्षेत्र, 04 मार्च।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय सेक्टर-8 कुरुक्षेत्र सेवा केंद्र द्वारा जिमखाना क्लब में शिवरात्रि के उपलक्ष में कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष कंवलजीत कौर मुख्य अतिथि रहीं, जबकि विश्व शांति धाम कुरुक्षेत्र की प्रभारी सरोज दीदी एवं बीके मधु बहन मुख्य वक्ता रही। शुरुआत में बी.के मधु बहन मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता को गुलदस्ता भेंट करके उनका स्वागत किया। कुमारी गुंजन ने नृत्य द्वारा स्वागत किया। अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि कंवलजीत कौर ने महा शिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जब तक हम परमात्मा को सच्चे मन व नि:स्वार्थ भाव से याद नहीं करते, तब तक हम उसकी ब्लेसिंग को अनुभव नहीं कर सकते हैं। अतः हमें सच्चे मन से परमात्मा को याद करना चाहिए। जब हम ऐसे याद करेंगे, तो हमेशा ही वह हमारे साथ रहेंगे।
ब्रह्माकुमारी सरोज बहन ने शिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि आज हम देख रहे हैं कि कलियुग अपने अंतिम चरण में चल रहा है। सृष्टि के अंत का समय चल रहा है। दुनिया की हालत कैसी है। जब चारों तरफ पापचार, भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच जाता है, तब उस परम पिता परमात्मा का दिव्य अवतरण होता है और वे आकर हमें स्वयं की पहचान, समय का ज्ञान और कैसे हमें उसे परम पिता परमात्मा से जुड़ना है, वह सब हमें बताते हैं। कलियुग रुपी अज्ञान रात्रि में हर मनुष्य अज्ञान अंधियारा में भटक रहा है। जब तक उसे स्वयं की पहचान नहीं मिलेगी, तब तक उसके मन के अंदर जो अज्ञान, अंधियारा है, वह समाप्त नहीं हो सकता। उन्होंने शिव का अर्थ बताते हुए कहा शिव अर्थात कल्याणकारी, शिव अर्थात स्वयं भू जो आत्माएं उस परमात्मा को पहचान लेती है और सभी पापों से मुक्त हो सकती है। बीके मधु ने सभी भाई बहनों को राजयोग का अर्थ बताते हुए कहा कि राजयोग अर्थात हम आत्मा का परमपिता परमात्मा के साथ मिलन। अगर हमें परमपिता परमात्मा से अपना बुद्धि योग जोड़ना है, उसके लिए सबसे पहले हमें स्वयं की पहचान होनी चाहिए। हमारे सर्व संबंध परमपिता परमात्मा से होने चाहिए, जब हम परम पिता परमात्मा से सर्व संबंध जोड़ेंगे, तब हमारे मन की भावनाएं से जुड़ेंगे और आत्मा समझने की अभ्यास करेंगे, तो हमारा बुद्धि योग परमपिता परमात्मा से जुड़ेगा। कार्यक्रम में आए हुए सभी दर्शकों ने राजयोग की गहन अनुभूति की। कार्यक्रम में डॉक्टर के.एल. बठला, रीता बठला, वजीर चंद, सुभाष चंद्र, इकबाल कौर, सत्य भूषण, सुमित्रा आदि भाई बहन मौजूद रहे।