उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पवित्र ब्रह्मसरोवर का किया भ्रमण, ब्रह्मसरोवर के सर्वेश्वर महादेव मंदिर में की पूजा अर्चना, कुरुक्षेत्र और गुजरात का नाता है बहुत पुराना

कुरुक्षेत्र 23 फरवरी उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि गीता स्थली कुरुक्षेत्र से पवित्र ग्रंथ गीता का उपदेश मिल रहा है। इन उपदेशों से पूरे विश्व को शिक्षा, संस्कृति का ज्ञान और शांति का मार्ग मिल रहा है। इसलिए प्रत्येक मानव को पवित्र ग्रंथ के उपदेशों को अपने जीवन में धारण करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शुक्रवार को कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर तीर्थ का अवलोकन करने के लिए विशेष तौर पर पहुंची थी। इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने ब्रह्मसरोवर पर सर्वेश्वर महादेव मंदिर में मंत्रोच्चारण के बीच पूजा अर्चना की और इसके उपरांत केडीबी के विशेष वाहन से पूरे ब्रह्मसरोवर की परिक्रमा की तथा भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन के विराट रथ का भी अवलोकन किया। यहां पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल, केडीबी सदस्य अशोक रोशा, डा. एमके मोदगिल, कैप्टन अमरजीत सिंह ने काफी टेबल बुक भेंट की है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने केडीबी सदस्यों को साथ अपने विचार साझा करते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र और गुजरात का पुराना नाता है। इस गीता स्थली कुरुक्षेत्र से हजारों वर्ष पूर्व बहने वाली प्राचीन सरस्वती नदी गुजरात के कच्छ तक पहुंचती थी। इस प्राचीन सरस्वती नदी के किनारे ही सभ्यता, संस्कृति और शिक्षा तथा वेदों की रचना हुई और पूरे विश्व को ज्ञान की प्राप्ति हुई। उन्होंने कुरुक्षेत्र के तीर्थ स्थलों को लेकर तैयार की गई काफी टेबल बुक की प्रशंसा करते हुए कहा कि केडीबी की तरफ से एक अच्छी पुस्तक तैयार की गई है। इस पुस्तक के माध्यम से प्रत्येक मनुष्य को कुरुक्षेत्र के इतिहास और तीर्थों को जानने का अवसर मिलता है।

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