8 सप्ताह के अंदर-अंदर गर्भवती महिला का करवाना होगा पंजीकरण, अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर रखी जाए पैनी निगाहे, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को व्यक्तिगत रुचि लेकर करना होगा काम, उपायुक्त शांतनु शर्मा ने सेक्स रेशों में सुधार लाने के दिए आदेश

कुरुक्षेत्र 21 फरवरी उपायुक्त शांतनु शर्मा ने 7 से ज्यादा स्वास्थ्य केंद्रों के स्वास्थ्य अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके क्षेत्रों में जन्म से सेक्स रेशों के ग्राफ में गिरावट नहीं आनी चाहिए। इन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को व्यक्तिगत रुचि लेकर काम करना होगा और 8 सप्ताह के अंदर-अंदर गर्भवती महिला का पंजीकरण करवाना होगा। अगर इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के किसी अधिकारी ने लापरवाही बरती तो नियमानुसार कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।
उपायुक्त शांतनु शर्मा शुक्रवार को देर सायं लघु सचिवालय के सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले सीएमओ डा. सुखबीर सिंह ने जन्म के आधार पर सेक्स रेशों के बारे में आंकड़ों सहित जानकारी देते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में दिसंबर-2023 तक 906 और जनवरी 2024 तक कुरुक्षेत्र जिले की सेक्स रेशों 947 थी। इस जिले में अभी भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूरी मेहनत और ईमानदारी के साथ काम करने की जरूरत है। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के आधार पर कहा कि पीएचसी ठसका मीराजीं, पीएचसी टाटका, पीएचसी ढींग, सीएचसी बाबैन, सीएचसी मथाना, पीएचसी खानपुर कोलियां, पीएचसी कलसाना, पीएचसी रामगढ़ रोड सहित कई अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में जन्म के आधार पर सेक्स रेशों की स्थिति खराब हुई है और इन स्वास्थ्य केंद्रों की प्रगति रिपोर्ट में भी कमी आई है। इसलिए इन स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष फोकस रखकर सेक्स रेशों में सुधार लाने का प्रयास करना होगा।
उन्होंने अमीन, ठोल, पिपली, झांसा, बारना स्वास्थ्य केंद्रों के अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन स्वास्थ्य केंद्रों पर सराहनीय कार्य किया गया है और सेक्स रेशों में काफी सुधार भी आया है। उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर पीएनडीटी एक्ट के बारे में निरंतर मीटिंग की जाए, स्टाफ के सदस्यों से चर्चा करके लगातार गांव की फीडबैक ली जाए और आशा वर्कर के माध्यम से प्रत्येक गर्भवती महिला पर नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि 8 सप्ताह के अंदर-अंदर गर्भवती महिला का पंजीकरण करवाना सुनिश्चित करें। सभी अधिकारी व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करें और गर्भवती महिलाओं पर नज़र रखने के लिए क्रास चैकिंग भी करें। इतना ही नहीं सप्ताह में सभी एमओ एक या डेढ़ घंटा फोकस रखकर काम करें। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले के सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर नजर रखी जाए तथा लिंग की जांच करवाने वाले और जांच करने वाले व्यक्ति को किसी भी सूरत पर बख्शा ना जाए। इस मौके पर पीएमओ डा. अनुपमा, डिप्टी सीएमओ डा. रमेश सभ्रवाल, डिप्टी सीएमओ डा. नीलम अरोड़ा, डिप्टी सीएमओ डा. मनीषा सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *