पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भोरिया ने एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि आजकल साइबर ठग ठगी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। उन्होंने बताया कि साइबर ठग अधिकारियों और प्रभावशाली लोगों की फोटो को सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर डीपी (Display Picture) के रूप में प्रयोग कर धोखाधडी कर रहे हैं। उन्होंने इस बारे में आमजन को जागरूक करते हुए कहा है कि अगर आपके फोन पर किसी अधिकारी या प्रभावशाली व्यक्ति की डीपी लगे फोन से रुपए मांगने या गिफ्ट वाउचर भेजने के बारे में मैसेज या फोन काल आए तो पहले उनके पास फोन कर सुनिश्चित कर ले, क्योंकि ये साइबर ठगो द्वारा आमजन से ठगी करने का तरीका है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि साइबर अपराधी वरिष्ठ अधिकारियों की डीपी (Display Picture) अपने सोशल मीडिया अकाउंट जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप आदि पर लगाते है और उसके बाद मैसेज भेज कर रुपए या गिफ्ट वाउचर मांगते है। साइबर ठग जिस अधिकारी की डीपी का प्रयोग करते है वे उसी विभाग के कर्मचारी से भी पैसे या गिफ्ट कार्ड की मांग कर सकते है और कई कर्मचारियों ने इस तरह से मांगे गए गिफ्ट भेज भी दिए। कई अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों की फोटो को डीपी के रूप में प्रयोग कर उनके नीचे काम करने वाले कर्मचारियों से पैसे मांगने और कूपन खरीदने के मामले सामने आए है। उन्होंने आमजन से अपील कि है कि इस तरह की किसी भी जालसाजी से बचे। किसी भी अपरिचित व्यक्ति का फोटो व्हाट्सएप या अन्य किसी सोशल मीडिया अकाउंट पर बतौर डीपी होने पर यह न समझे की यह अकाउंट असल उसी व्यक्ति का है। अगर आपके पास किसी भी अधिकारी की डीपी लगे फोन से रुपए मांगने व गिफ्ट वाउचर भेजने के बारे में मैसेज या फोन काल आए तो संबंधित अधिकारी के पास फोन कर सुनिश्चित कर लें। ऐसे फर्जी नंबर साइबर धोखाधड़ी करने के लिए ठगों के हो सकते हैं ।
पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि साइबर सैल द्वारा सोशल मीडिया अकाउंट्स की निगरानी की जा रही है। अगर आप किसी साइबर फॉड के शिकार हों जाते है तो तुरंत साइबर हैल्पलाइन नम्बर 1930 और नजदीकी पुलिस थाना में शिकायत दे।