अम्बाला, 18 जनवरी: –
जिला लोक सम्पर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक वीरवार को पंचायत भवन अम्बाला शहर के सभागार में सहकारिता एवं जनस्वास्थ्य मंत्री डॉ0 बनवारी लाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। एंजैडे के तहत 15 शिकायतें रखी गई, जिनमें से 11 शिकायतों का निपटान मौके पर ही किया गया तथा शेष बची 4 शिकायतों के संबध में सम्बन्धित अधिकारियों इन शिकायतों का निपटान करने बारे भी निर्देश दिए गये। एजेंडे में रखी गई एक शिकायत के मामले में एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी गठित करते हुए एक गैर सरकारी सदस्य को नियुक्त करते हुए मामले पर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये।
इस मौके पर उनके साथ भाजपा जिला अध्यक्ष मनदीप राणा, अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, पुलिस अधीक्षक जश्रदीप सिंह रंधावा, एएसपी पूजा डाबला, एसडीएम दर्शन कुमार, एसडीएम सी.जयाशारदा, नगराधीश विश्वजीत सिंह, आरटीए सुशील कुमार मौजूद रहे।
मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए सहकारिता मंत्री ने एंजैडे में रखी शिकायतों के संबध में प्रार्थी व सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों द्वारा जो कार्रवाई की जा रही है उसकी विस्तार से समीक्षा की। जंडली निवासी सुरेश कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि वह जंडली पुल के पास 30 वर्षों से पंचायत की दुकान पर किरायेदार के रूप में रह रहा है और अब यह दुकाने नगर निगम को अधिकृत कर दी गई है। स्वामित्व योजना के तहत उसने नियमानुसार दुकान की रजिस्टरी करवाने बारे ऑनलाईन अप्लाई किया हुआ है लेकिन उसकी दुकान की रजिस्टरी नहीं हो रही। नगर निगम से आये अधिकारी ने मंत्री को अवगत करवाया कि प्रार्थी की दुकान की रजिस्ट्री की अपू्रवल कर दी गई है। जल्द ही नियमानुसार उसकी रजिस्ट्री कर दी जाएगी।
इसी प्रकार अम्बाला छावनी मोची मंडी निवासी गोपाल कृष्ण ने अपनी शिकायत में बताया कि क्रास रोड़ नम्बर 11 मोची मंडी के पूर्व और दक्षिण में दो गलियां हैं, उसने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति द्वारा गली में गल्त तरीके से अतिक्रमण करते हुए वहां पर एक रसोई, स्नानघर व कच्चा औटडा बना लिया है तथा गली को भी बंद कर दिया है जिससे लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में नगर परिषद को शिकायत देने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही। नगर परिषद के सचिव राजेश कुमार ने मंत्री को अवगत करवाया कि जल्द ही डयूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त करवाकर जो भी अवैध कब्जा है, उसे हटवा दिया जाएगा।
गांव धुरकड़ा निवासी कृपाल सिंह ने गांव की फिरनी पर कुछ व्यक्तियों द्वारा नजायज कब्जा व मकान बनाए जाने बारे अपनी शिकायत रखी और बताया कि इस मामले में डीडीपीओ की कोर्ट में केस चल रहा है। इस मामले में बीडीपीओ व तहसीलदार ने बताया कि डयूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त कर दिया गया है और आज ही इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जानी है। प्रार्थी ने यह भी आरोप लगाया कि इस मामले में जमीन से सम्बन्धित एक ही खसरा नम्बर पर कार्रवाई की जा रही है बाकी जमीन से सम्बन्धित तीन खसरा नम्बर पर कार्रवाई नहीं हो रही है। इस मामले में सहकारिता मंत्री ने एक गैर सरकारी सदस्य को नियुक्त करते हुए मामले में नियमानुसार कार्रवाई करने बारे कहा।
इसी प्रकार सुभाष नगर मनीमाजरा चण्डीगढ निवासी मामचंद ने अपनी शिकायत में बताया कि बलदेवनगर में उसकी एसएमएल ओडिक्स लिमिटड वर्कशाप है जिसका वह पिछले कईं वर्षों से अथोराईजड डीलर भी है। उक्त जगह के मालिक द्वारा प्रोपर्टी टैक्स जमा न करवाने पर इस जगह को सील कर दिया गया था। उसने आरोप लगाया कि जगह को सील करने के बाद वहां से चोरी हो गई थी जिस बारे उसने नगर निगम व पुलिस को इस बारे अवगत भी करवाया। पुलिस अधीक्षक से मिलकर उसने इस मामले में चोरी की एफआईआर भी दर्ज करवाई है। मामले के जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर विजय कुमार ने बताया कि चोरी के मामले में एसआईटी द्वारा एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है तथा दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। प्रार्थी ने मंत्री से आग्रह किया कि उसकी वर्कशॉप सील की हुई है, जिसके चलते उसे काफी आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है, वह नगर निगम की जो भी राशि बनती है,वह उसकी किस्तों के तहत अदायगी कर देगा। मंत्री ने नगर निगम के संयुक्त आयुक्त को नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
इसी प्रकार गांव लाहा निवासी श्रीमती चरणजीत साहनी ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी बेटी को 2020 में सांप ने काट लिया था और उसने उसे ईलाज के लिए नारायणगढ के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया था, उसने आरोप लगाया कि वहां पर उस समय डयूटी पर तैनात एक डाक्टर ने ईलाज में लापरवाही बरती जिसके चलते उसे अपनी बेटी को पंचकूला के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ा। इस मामले में सीएमओ ने मंत्री को अवगत करवाया कि प्रार्थी ने अपनी बेटी यानि मरीज को अपनी मर्जी से निजी अस्पताल में दाखिल करवाया था। उन्होने इस मामले में अपने स्तर पर एक टीम गठित कर जांच भी करवाई है। इतना ही नहंी नैग्लीजैंसी बोर्ड द्वारा भी इस मामले की जांच की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि एसीएस द्वारा इस मामले में पहले एक बार जांच की गई थी, जिसके बाद केस फाईल कर दिया गया था लेकिन दोबारा से एसीएस द्वारा इस मामले में दोबारा से जांच की जा रही है।
नन्हेड़ा निवासी बुजुर्ग मेहर चंद ने अपने पौते की पत्नी व अन्य द्वारा उससे मारपीट की शिकायत रखी। जांच अधिकारी ने बताया कि दोनो पक्षों को बुलाकर मामले की जांच की गई है, किसी प्रकार का झगड़ा नही पाया गया है। घर में बने शौचालय की सफाई न होने को लेकर बहस हो गई थी। मंत्री ने इस मामले में प्रार्थी को कहा कि यह घर का मामला है, इसे घर में ही बैठकर सुलझाएं।
गांव शहजादपुर निवासी गौरव गुप्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि एक मामले में शहजादपुर थाना में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। उसने आरोप लगाया कि जांच अधिकारी ने शुल्क लेकर एफआईआर को गल्त तरीके से रद्द कर दिया है। इस मामले में पुलिस विभाग से आये अधिकारी ने मंत्री को अवगत करवाया कि पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा मामले की जांच की गई है तथा यह आरोप निराधार पाए गये हैं।
इसी प्रकार रामपुर निवासी विनोद कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि गांव रामपुर में पूर्व ग्राम पंचायत की सर्वसम्मति से हमारे समाज को एक कनाल 9 मरले भूमि धर्मशाला के लिये दी गई थी, जिस जगह पर जिला प्रशासन की मदद से एक हॉल बनाया गया है लेकिन वर्तमान ग्राम पंचायत हमारे समाज की धर्मशाला का कोई निर्माण नही करवा रही है। इस मामले में पंचायत विभाग से आये अधिकारी ने बताया कि यदि पंचायत सहमति से प्रस्ताव दे देती है तो नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस मामले में सहकारिता मंत्री ने एसडीएम की अध्यक्षता में एक गैर सरकारी सदस्य को नियुक्त करते हुए इस स्थान का जायजा लेते हुए अगली बैठक में इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने बारे निर्देश दिये।
एक अन्य मामले में गांव सुभरी निवासी विक्रम सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि वह जनस्वास्थ्य विभाग के टयूबवैल नम्बर 3 पर 26 मई 2021 से टयूबवैल ऑप्रेटर के पद पर कार्यरत है। बाकयदा इसके लिये ग्राम पंचायत ने एक प्रस्ताव डालकर टयूबवैल पर नियुक्त करने का निर्णय लिया था, जिससे की मेरा वेतन जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया जाना तय हुआ, परन्तु मुझे दो साल से कोई वेतन नहीं दिया गया है। उसने यह भी कहा कि अब टयूबवैल नम्बर 3 पर जसविन्द्र सिंह को टयूबवैल ऑप्रेटर रख लिया गया है जोकि टयूबवैल नम्बर एक का ऑप्रेटर था। बीडीपीओ सुशील मंगला ने इस मामले में बताया कि टयूबवैल नम्बर एक पर ऑप्रेटर रखने के लिये इंटरव्यू कॉल किये गये हैं और विक्रम को भी इसके लिये बुलाया गया है। नियमानुसार मामले में कार्रवाई की जाएगी।
गांव बेगो माजरा निवासी कुलवंत सिंह ने अपनी शिकायत में लखनौर साहिब के सरकारी मिडल स्कूल में एक टीचर द्वारा बच्चों को प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। इस मामले में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुधीर कालड़ा ने बताया कि इस मामले में एक टीम गठित कर जांच की गई और अभिभावकों व बच्चों से भी इस मामले में पूछताछ की गई। प्रार्थी ने अपनी शिकायत वापिस ले ली है।
गांव पंजैल निवासी पूर्व सरपंच श्रवण सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि गांव का रहने वाला एक व्यक्ति अपने घर पर नजायज तरीके से दवाईयां बेचता है और उसे पास किसी प्रकार का लाइसेंस नही हैं। इस मामले में सीएमओ ने मंत्री को बताया कि एक टीम गठित कर उक्त व्यक्ति के घर रेड की गई और वहां पर 20 तरह की दवाईयां व उपकरण बरामद हुए हैं। नियमानुसार उस व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
इसी प्रकार गांव रामपुर निवासी रणदीप सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि सोमपाल प्रबन्धक पैक्स गांव रामपुर में निरीक्षक व प्रबन्धक कमेटी से मिलीभगत करके पैक्स में गल्त तरीके से एक व्यक्ति की नियुक्ति कर दी गई है। इस मामले में कोओपरेटिव सोसायटी से आये अधिकारी ने बताया कि प्रबन्धक को सस्पेंड कर दिया गया है और नियमानुसार मामले में कार्रवाई की जा रही है।
मानव विहार अम्बाला शहर निवासी मेंहदी हुसेन ने अपनी शिकायत में बताया कि वक्फ बोर्ड द्वारा मोहम्मद हुसैन व करीब उजेर मोहम्मद को खसरा नम्बर 58 पर कब्जा करने बारे व दरवाजा खोलने बारे नोटिस दिया हुआ है। इस मामले में वक्फ बोर्ड से आये अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की गई है और कोर्ट में केस डालने की कार्रवाई की जाएगी।
इसी प्रकार कैलाश नगर मॉडल टाउन निवासी नेहा मेहरा ने उसके घर के पास गंदगी फैले होने और वहां पर सफाई न होने बारे अपनी शिकायत रखी। इस मामले में नगर निगम के अधिकारी ने बताया कि सफाई करवा दी गई है। प्रार्थी ने कहा कि वहां पर नियमित रूप से सफाई नहीं होती। इस मामले में मंत्री ने नगर निगम के अधिकारियों को कहा कि सफाई का कार्य नियमित रूप से होना चाहिए। दोबारा से यह शिकायत नहीं आनी चाहिए। प्रार्थी ने यहां पर स्थित एक फैक्ट्री द्वारा नाले में कैमिकल डालने सम्बन्धी शिकायत भी रखी। मंत्री ने प्रदूषण बोर्ड के एसडीओ को मामले में उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ कष्ट निवारण समिति के सरकारी व गैर सरकारी सदस्य भी मौजूद रहे।