शाहबाद 14 दिसंबर

हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह ने वीरवार को गांव जंधेड़ी व बेरथली में विकसित भारत संकल्प यात्रा जनसंवाद कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने ग्रामीणों से सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया। साथ में उन्होंने आत्मनिर्भर और विकसित भारत बनाने की शपथ भी लोगों को दिलाई।
उपाध्यक्ष धुमन सिंह ने कहा कि सरकार की योजनाओं पर पहला हक गरीबों का है। प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना सरकार मुख्य ध्येय है। हर जरूरतमंद व्यक्ति के लिए सरकार अंत्योदय की भावना से काम कर रही है। मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के माध्यम से हर परिवार की आय कम से कम 1 लाख 80 हजार रुपये करने के लिए अंत्योदय मेले आयोजित करके स्वरोजगार के लिए लोगों को ऋण उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। कौशल रोजगार निगम के माध्यम से नौकरियों में 1 लाख 80 हजार रुपये से कम वार्षिक आय वाले बीपीएल परिवारों के उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी गई है। उस अंत्योदय परिवार के उम्मीदवार को सरकारी नौकरियों की भर्ती में पांच अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं, जिसका कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं है सरकार द्वारा ऐसे गरीबों का चूल्हा चलाने के लिए उन्हें स्वरोजगार से जोड़ रही है। विकसित भारत संकल्प यात्रा मुख्य उद्देश्य हर एक व्यक्ति को केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से जोडऩा है। साढ़े नौ सालों में मोदी सरकार और 9 सालों में मनोहर सरकार की जो योजनाएं बनी हैं, यदि कोई व्यक्ति उन योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह गया है तो उन्हें योजनाओं से जोडकऱ लाभान्वित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मोदी-मनोहर सरकार का ध्येय सरकारी योजनाओं को गरीब के घर तक पहुंचाना है। आयुष्मान भारत, चिरायु कार्ड, जन-धन खाता, हर घर नल से जल, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत जैसी अनेक योजनाएं हैं, जिन्हें इस यात्रा के जरिए जनता के समक्ष रखा जा रहा है। एलईडी युक्त वैन में सरकार की विभिन्न योजनाओं को दिखाया गया और विभिन्न विभागों से संबंधित अंत्योदय पर आधारित स्टॉल लगाकर आमजन को जागरूक करते हुए लाभान्वित किया गया। उन्होंने अधिकारियों व ग्रामीणों के साथ स्टालों का अवलोकन किया। इस दौरान खेतों में ड्रोन का प्रदर्शन किया गया। मेरी कहानी-मेरी जुबानी के माध्यम से योजनाओं के लाभार्थियों ने अपने मन की बात साझा की।

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