पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा का गांव बारना में जोरदार स्वागत
बारना में ओबीसी समाज ने दिया पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा को अपना पूरा समर्थन
कुरुक्षेत्र, 8 नवंबर। हरियाणा के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार धर्म व जाति के नाम पर लोगों को बांटकर वोट बटोरने का काम करती है। अब देश व प्रदेश की जनता इस सरकार से परेशान हो गई है और आने वाला समय कांग्रेस का है। हरियाणा प्रदेश में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनेगी। वे गांव बारना की ओबीसी चौपाल में ग्रामीणों द्वारा आयोजित दीपावली मिलन कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर रहे थे। यहां पहुंचने पर ग्रामीणों ने टेकचंद बारना के नेतृत्व में फूलमालाओं के साथ पूर्व मंत्री का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान ग्रामीणों ने पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। वहीं ओबीसी समाज सहित सैकड़ो अन्य लोगों ने अशोक अरोड़ा को अपना पूरा समर्थन दिया।
कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा ने सभी ग्रामीणों को दीपावली पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे कामना करते हैं कि यह पर्व सभी के जीवन में सुख समृद्धि व खुशहाली लेकर आए। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में त्योहारों का अहम रोल है। त्योहार हमें एक रहना सीखाते हैं, हमे किसी भी कीमत पर अपना भाईचारा समाप्त नही करना चाहिए। भाजपा को घेरते हुए उन्होंने कहा की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने भारतीय संस्कृति को तोड़ने का प्रयास किया है और लोगों के आपसी भाईचारे को नफरत में बदलने का प्रयास किया है। लेकिन भारत की जनता नफरत फ़ैलाने वाली किसी भी शक्ति को पनपने नहीं देगी और इनको मुंहतोड़ जवाब देगी। पिछले दिनों देश से नफरत को मिटाकर मोहब्बत की दुकान खोलने के लिए कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने पूरे देश में भारत जोड़ो यात्रा निकाली। जिसका समस्त देशवासियों ने स्वागत किया और अपना समर्थन दिया। अशोक अरोड़ा ने कहा कि संसद में जब राहुल गांधी ने अदाणी की सच्चाई बताई तो उनकी संसद से सदस्यता ही रद्द करवा दी गई। आज देश का अधिकतर पैसा मोदी सरकार के रहमोकर्म से सिर्फ दो ही लोगों के पास जा रहा है, जोकि देश हित में कतई नही है। जो प्रधानमंत्री पहले कहते थे कि देश नही बिकने देंगें वही आज सरकारी सम्पत्ति को लगातार बेचते जा रहे हैं।
पूर्व मंत्री ने गन्ने के दाम बढाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार द्वारा मात्र 14 रूपए गन्ने का रेट बढाकर ऊंट के मुंह में जीरा देने का काम किया है। किसानों की फसलों पर लागत कई गुणा बढा दी गई हैं और फसल का दाम बढाने की जब बात आती है तो सरकार हाथ पीछे खींचती नजर आती है। सरकार को चाहिए तो ये था कि इसी वर्ष कम से कम 450 रूपए प्रति क्विंटल गन्ने का रेट बढाती लेकिन चुनावी वर्ष की बात कहकर अगले साल के लिए भी मात्र 14 रूपए रेट बढाया है। उन्होने कहा कि यह सरकार किसान विरोधी सरकार है। पहले तो तीन काले कानून यह सरकार लेकर आई और लगभग 750 किसानों की शहादत के बाद सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की बात कर सत्ता में आने वाली सरकार ने सबसे ज्यादा किसानों के साथ धोखा करने का काम किया है। इस मौके पर सुभाष पाली, पूर्व सरपंच मियां सिंह, टेकचंद बारना, पंच सुभाष, पंच सुरेंद्र सैन, पंच बंसीलाल, पंच सुरेंद्र शर्मा, पंच प्रतिनिधि कृष्ण गोपाल, मायाराम फौजी, शुगरमील कैथल के पूर्व निदेशक सुभाष चंद, डॉ राजेंद्र, प्रदीप शर्मा, मीना देवी, सुरेश पंसारी, ईश्वरचंद, सतपाल तायल, गुलाब कश्यप, साहिल कश्यप, बलविंदर कश्यप, रामपाल पांचाल, जयकुमार, हीरा लाल नंबरदार, सचिन प्रजापत, ब धा या राम, रामपाल वाल्मीकि, प्रदीप सहारण, डॉक्टर रामचंद्र, रणधीर पाधा, जीता प्रधान, मास्टर सीना राम, अमृत, अर्जुन सिंह सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।