नवाचार एवं उद्यमिता वर्तमान समय की आवश्यकता : प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के फैकल्टी लॉज में केयू तकनीकी उष्मायन केन्द्र द्वारा आगाज एवं प्रयास 2023 के विजेता प्रतिभागियों के लिए पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित
कुरुक्षेत्र, 18 अक्टूबर। संवेदना से सृजनशीलता के द्वारा युवा पीढ़ी समस्याओं का हल करें तथा अपने आस-पास की समस्याओं का गहन अध्ययन कर नवाचार के माध्यम से उसका समाधान करें। यह विचार पद्मश्री प्रो. अनिल गुप्ता, जीआईएन के फाउंडर, केयू पूर्व छात्र ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के फैकल्टी लॉज में केयू तकनीकी उष्मायन केन्द्र द्वारा आगाज एवं प्रयास 2023 के विजेता प्रतिभागियों के लिए आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़कर व्यक्त किए। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए नागालैंड में शोधयात्रा के लिए आमंत्रित किया जिसमें वहां की आवश्यकताओं और समस्याओं को समाज कल्याण की भावना से समाधान किया जा सके। इस अवसर पर उन्होंने सभी विजेता प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए नव भारत निर्माण में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करने का भी आह्वान किया।
इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि नवाचार वर्तमान समय की आवश्यकता है क्योंकि कुछ प्रासंगिक समस्याएं जैसे पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषण, फसल में नमी की समस्या आदि वर्तमान समस्याओं का समाधान नवाचार के माध्यम से हल किया जा सकता है। इस अवसर पर कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ ने आगाज एवं प्रयास 2023 के विजेता प्रतिभागियों को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि कर्म करने में ही मनुष्य का अधिकार है अतः फल की चिंता नहीं करनी चाहिए। इसे ध्यान में रखते हुए विद्यार्थी जीवन में कड़ी मेहनत एवं परिश्रम से यदि कार्य करेंगे तो उन्हें सफलता अवश्य मिलेगी।
कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने केयू कुटिक और सामुदायिक इन्क्यूबेशन सेंटर के माध्यम से विकसित इन्क्यूबेशन इकोसिस्टम का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके माध्यम से विश्वविद्यालय 4 स्टार्ट-अप शुरू कर सकता है। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ ने डॉ. विश्व रमण निर्मल द्वारा विश्वविद्यालय को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की भी सराहना की। उन्होंने पूर्व छात्र डॉ. आर. मेहता (पेटेंट सलाहकार) द्वारा पेटेंट दस्तावेज़ीकरण में विश्वविद्यालय की सहायता करने की बात कही तथा जिन्होंने नवाचार और ऊष्मायन क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पारिस्थितिकी तंत्र को भी मजबूत किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. विश्व रमन निर्मल, ग्रुप प्रेजिडेंट आरजे कॉरपोरेशन ने स्व-लिखित कविता से प्रेरित करते हुए विद्यार्थियों को जीवन में लक्ष्य को निर्धारण कर उसे प्राप्त करने का मूल मंत्र बताया। उन्होंने नवाचार और ऊष्मायन से संबंधित ऐसे और आयोजनों के लिए विश्वविद्यालय को 10 लाख रुपये का अनुदान देने की भी घोषणा की।
प्रोफेसर प्रदीप कुमार, नोडल अधिकारी रूसा 2.0 ने कार्यक्रम के लिए कुटिक व पूरी टीम को बधाई देते हुए आगाज और प्रयास 2023 के सभी प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना की।
प्रो. अनुरेखा शर्मा, समन्वयक, कुटिक ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए बताया कि कुटिक स्टार्ट-अप इंडिया पर एक पंजीकृत इकाई है जहां देश भर के विभिन्न स्टार्ट-अप आ सकते हैं और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में इनक्यूबेट कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कुटिक द्वारा होम-ऑटोमेशन, खाद्य प्रौद्योगिकी और अपशिष्ट प्रबंधन जैसे क्षेत्र में इस केंद्र के साथ चार स्टार्टअप शुरू किए गए हैं तथा अब तक प्रतिष्ठित संगठनों और उद्योगों के साथ 6 एमओयू भी किए गए हैं। अंत में मनोज कुमार, सलाहकार, कुटिक द्वारा सभी सम्मानित अतिथियों, डीन और निदेशकों, संकाय सदस्यों, छात्रों और प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया गया।
विजेता प्रतिभागियों को दिए गए नगद पुरस्कार
कार्यक्रम में केयू फिजिक्स विभाग के शुभम व आईआईएचएस की कुश दुहन को संयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्राप्त करने पर 25हजार रुपये की राशि प्रदान की गई। इसके साथ ही डीएवी गर्ल्स कॉलेज यमुनानगर की पायल व दयाल सिंह कॉलेज की छात्रा तेजस्विनी को संयुक्त रूप से तृतीय स्थान के लिए 10हजार रुपये की राशि तथा अन्य दो प्रतिभागियों को 1हजार रुपये की सांत्वना पुरस्कार राशि प्रदान की गई। प्रयास प्रतियोगिता के लिए छह टीमों को उनके संबंधित शिक्षकों के साथ 5हजार रुपये की राशि दी गई। एकमात्र टीम (राइट फूड्स) जिसने प्री-इन्क्यूबेशन चरण पूरा किया, को कुटिक की ओर से 10 लाख रुपये का स्टार्ट-अप अनुदान प्राप्त हुआ।