केयू के एडवाईजर इंटरनेशनल स्टूडेंट्स कार्यालय तथा युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के तत्वावधान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों ने दी शानदार प्रस्तुतियां
कुरुक्षेत्र, 4 अक्टूबर। 
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि हर इंसान में कोई न कोई कला छिपी होती है, जरूरत है उसे बाहर निकालने की। विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने के लिए इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम का मंचन जरूरी है।
वे मंगलवार को देर सांय कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के एडवाईजर इंटरनेशनल स्टूडेंट्स कार्यालय तथा युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आईसीसीआर होराइजन सीरीज प्रोग्राम (एचएसपी) के तहत् कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आडिटोरियम हॉल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि इस समय कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 30 देशों के करीब 170 अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थी विभिन्न विभागों में अध्ययन कर रहे हैं जिसमें मंगोलिया, मोजेम्बिक, भूटान, नेपाल, तंजानिया, मेडागास्कर, इथोपिया, कीनिया, लिसोथो, साउथ सूडान, बांगलादेश, अफगानिस्तान सहित कई अन्य आदि देशों के छात्र शामिल हैं। अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को हर तरह की सुविधा प्रदान करने के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है और भविष्य में भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम यूनिवसिटी द्वारा आयोजित किए जाएंगे। इससे पहले सभी अतिथियों का स्वागत उप-निदेशक डॉ. अजय अग्रवाल ने किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में ब्रज लोक कला मंच बहज के विष्णु दत्त शर्मा व उनकी टीम द्वारा उत्तर प्रदेश के लोकनृत्य की सुंदर प्रस्तुतियां दी गई जिनमें मुख्य रूप से ब्रज वंदना, मयूर नृत्य, दीपक नृत्य एवं फूलों की होली प्रस्तुति देकर उन्होंने दर्शकों की खूब वाह-वाही लूटी।
कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों ने जिसमें मुख्य रूप से अफगानी छात्रों द्वारा अपना 5000 वर्ष पुराना लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया व अफगानी छात्रों ने हिंदी भाषा में फिल्मी गीत दिल तो बच्चा है जी गाया। बांग्लादेश के 20 छात्रों द्वारा बांग्लादेश की सांस्कृतिक कला को नृत्य द्वारा प्रस्तुत किया गया। अफ्रीकन छात्रों द्वारा अफ्रीकन पॉप नृत्य की सुंदर प्रस्तुत दी गई। अंतिम प्रस्तुति में 20 देशों के छात्रों द्वारा अपनी पारम्परिक वेशभूषा में फैशन शो द्वारा अपने देश की परम्परा को पेश किया गया। मंच का संचालन डॉ. पलक बजाज ने किया। अंत में धन्यवाद प्रस्ताव डॉ. महासिंह पूनिया ने किया।
इस मौके पर कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ की धर्मपत्नी डॉ. ममता सचदेवा, कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा व उनकी धर्मपत्नी डॉ. सुमिता शर्मा,  छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. शुचिस्मिता, विष्णु दत्त शर्मा, प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. रश्मि वर्मा, प्रो. अनिल गुप्ता, प्रो. प्रदीप कुमार, कुटा प्रधान डॉ. आनंद कुमार, प्रो. परमेश कुमार, डॉ. महावीर रंगा, डॉ. जितेन्द्र भारद्वाज, डॉ. कंवल गर्ग, डिप्टी एडवाईजर इंटरनेशनल स्टूडेेंटस डॉ. अजय अग्रवाल, डॉ. मीनाक्षी सुहाग, डॉ. संजय त्यागी, डॉ. गुरचरण सिंह सहित भारी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी व छात्र मौजूद थे।

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