आरोप, वार्डों में जनसंख्या कम व वोटर दिखाए गए हैं अधिक
——
जांच की मांग को लेकर अशोक अरोड़ा के नेतृत्व में पूर्व पार्षद मिलेंगें उपायुक्त से
कुरुक्षेत्र, 16 नवंबर। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने नगर परिषद थानेसर की मतदाता सूचि में धांधली बरतने का आरोप लगाया है। उन्होने कहा कि परिषद पर काबिज रहने के लिए सत्तारूढ दल के विधायक द्वारा वोटर सूचि में व्यापक स्तर पर धंाधली करवाई जा रही है 20 हजार से अधिक फर्जी मतदाता वोटर सूचि में जोड़े गए हैं। फर्जी तरीके से वोट बनाकर चुनाव जीतना लोकतंत्र पर कलंक है। उन्होने बताया कि इस सारे मामले की जांच करवाने की मांग को लेकर कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त से भेंट करके करेगा और जरूरत पड़ी तो उपायुक्त कार्यालय पर धरना भी दिया जाएगा।
नप की मतदाता सूचि को लेकर अशोक अरोड़ा ने कांग्रेस समर्थित पूर्व पार्षदों के साथ विशेष रूप से पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। इस पत्रकार वार्ता में इंप्रुवमैंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन जलेश शर्मा, पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा निंदी, पूर्व पार्षद मन्नू जैन, पूर्व पार्षद अमित गर्ग शैंकी, पूर्व पार्षद विवेक मैहता विक्की, पूर्व पार्षद ओमप्रकाश ओपी, कांग्रेसी नेता मा. हरिसिंह और सतबीर शर्मा उपस्थित थे।
पूर्व मंत्री अरोड़ा ने बताया कि सरकारी दस्तावेज के अनुसार नगर परिषद की कुल आबादी 1 लाख 61 हजार 874 है जबकि वोटर सूचि के अनुसार 1 लाख 25 हजार 148 मतदाता दिखाए गए हैं। निर्वाचन विभाग के अनुसार मतदाता कुल जनसंख्या का लगभग 67 प्रतिशत होने चाहिए जोकि लगभग 1 लाख 8 हजार बनते हैं। इस प्रकार लगभग 17 हजार मतदाता अधिक बनाए गए हैं इसके अलावा लगभग 20 हजार मतदाता ऐसे हैं जोकि परिषद की सीमा में रहते है लेकिन उन्होने अपना वोट अपने अपने पैतृक गांव में बनवाया हुआ है और इन सभी ने पंचायत चुनाव में अपने अपने मत का प्रयोग किया है। उन्होने कहा कि यह सब धांधली सत्तारूढ दल के नेताओं द्वारा नगर परिषद पर कब्जा करने के लिए की जा रही है। इसके लिए अधिकारी पूर्ण रूप से दोषी हैं जोकि नाजायज दबाव में आकर काम कर रहे हैं।
——
अनेक वार्डों में जनसंख्या कम वोटर अधिक
पूर्व मंत्री ने दस्तावेज दिखाते हुए नगर परिषद थानेसर के वार्ड नंबर 10 में 5738 जनसंख्या दिखाई गई है जबकि इस वार्ड में वोटरों की संख्या 7482 है। इसी प्रकार वार्ड 14 में जनसंख्या में 4702 है जबकि मतदाता 4968 बनाए गए हैं जोकि धांधली का जीता जागता उदाहरण है।
——
वार्डों में बिना अनुपात के रखी गई हैं वोट
पूर्व मंत्री ने कहा कि नगर परिषद के कुल 31 वार्ड हैं। वार्ड नंबर 21 में 1939 वोटर हैं वहीं वार्ड 10 में 7482 वोटर रखे गए हैं। इसी प्रकार वार्ड वार्ड 22 में 2295 वोटर, 11 में कुल 2368, वार्ड 9 में 2389 वोटर हैं। वहीं दूसरी ओर अन्य वार्डों में 5 हजार से 6 हजार तक वोटर रखे गए हैं। इस प्रकार से मतदाता सूचि तैयार करने में भेदभाव बरता गया है। उन्होने यह भी आरोप लगाया कि मतदाता सूचियां वार्डबंदी के अनुसार तैयार नही की जा रही हैं। सत्तारूढ दल के लोग अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके मनमर्जी चला रहे हैं। जिस प्रकार वार्डबंदी के अनुसार इंदिरा कॉलोनी वार्ड 25 में हैं लेकिन उसकी लगभग 400 वोट वार्ड 26 में तब्दील की जा रही हैं।