जिले में डेंगू के मामलों में तेजी आ रही है। सोमवार को जिले में चार मामलों की पुष्टि हुई। वहीं जांच के लिए 48 मरीज लैब में पहुंचे। पिछले कुछ दिनों से जिले में डेंगू रोगियों का ग्राफ बढ़ रहा है। गनीमत है कि अभी तक जिले में डेंगू से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। बता दें कि अभी तक 1265 लोग डेंगू की जांच कराने पहुंच चुके हैं। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 547 कंटेनर की जांच की जिनमें से एक जगह पर डेंगू का लारवा मिला।
ये हैं लक्षण : मच्छर के काटने के 3-4 दिन बाद बुखार होना। तेज ठंड लगने के साथ बुखार होना। सर, आंख, बदन जोड़ों में दर्द रहना। भूख कम लगना। जी मिचलाना, उल्टी आना। दस्त लगना। चमड़ी के नीचे लाल चक्ते आना।
लोग बरतें सावधानी: डॉ. सभ्रवाल
मलेरिया अधिकारी डॉ. रमेश सभ्रवाल ने बताया कि जिले में अब तक 63 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। सोमवार को डेंगू के चार मामले आए। विभाग के साथ साथ लोगों को खूद जागरुकता बरतने की जरूरत है।
एलएनजेपी में पहुंच रहे बुखार के 200 से 250 मरीज
मौसम अदला-बदली के चलते इन दिनों एलएनजेपी अस्पताल में 1300 से 1400 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं जिनमें से हर चौथा मरीज बुखार का पहुंच रहा है। वहीं खांसी, जुकाम के भी काफी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। तीन-चार दिन से मौसम में हो रहे परिवर्तन के चलते भी वायरल ने लोगों को चपेट में लिया है।
बरतें सावधानी : एडीजएजिप्ट नामक मच्छर के काटने से डेंगू फैलता है। यह मच्छर दिन में काटता है। अक्सर ये सुबह तड़के शाम को सूरज ढलते समय हमला करते हैं। यह ज्यादा उड़ नहीं सकता। थोड़ी-थोड़ी दूर उड़ता हुए एक से दूसरी जगह जाता है। जमीन से एक या डेढ़ फीट की ऊंचाई तक ही अपना शिकार बनाता है। इससे अधिक ऊंचा यह नहीं उड़ सकता।