हरियाणा के नूंह में हुए दंगों पर विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर हो रहा है। इनेलो ने इन दंगों को लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा और मिलने का समय मांग लिया है। जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेता भी सीएम को घेर रहे हैं।
हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा ने सीएम मनोहर लाल के मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान पुलिस को सहयोग करने के बयान की निंदा की है और सीएम को राजधर्म का पालन करने की सलाह दी है।
सैलजा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी क्यों आप झूठ पर झूठ बोलकर पूरे हरियाणा को शर्मिंदा कर रहे हो। ये झूठ बोलने के बजाए अगर आपने समय रहते राजस्थान सरकार का सहयोग किया होता तो शायद आज हरियाणा दंगों की आग में न झुलस रहा होता। मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी राजधर्म का पालन करिए एवं झूठ का सहारा लेना बंद करिए। हरियाणा की जनता की थोड़ी सी चिंता करें।
राजस्थान के सीएम ने दिया था जवाब
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को उस बयान पर घेरा है जिसमें उन्होंने कहा था कि मोनू मानेसर को गिरफ्तार करने के लिए राजस्थान पुलिस की हर संभव सहायता करेंगे। अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि जब हमारी पुलिस नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने गई तो हरियाणा पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया। बल्कि राजस्थान पुलिस पर एफआईआर तक दर्ज कर ली।
जो आरोपी फरार है, उन्हें तलाशने में हरियाणा पुलिस राजस्थान पुलिस का सहयोग नहीं कर रही। CM हरियाणा में हो रही हिंसा को रोकने में नाकाम रहे और अब सिर्फ लोगों को ध्यान भटकाने के लिए इस तरफ के बयान दे रहे हैं, जो उचित नहीं है।
हम राजस्थान पुलिस की मदद करेंगे
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने दो दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि मोनू मानेसर पर पिछला केस राजस्थान सरकार का है। हम राजस्थान सरकार की मदद करने के लिए तैयार हैं। राजस्थान सरकार उसे ढूंढ रही है। वह कहां है, हमारे पास उसके बारे में कोई इनपुट नहीं है, उसके बारे में नहीं कह सकते। हम राजस्थान पुलिस की मदद करने के लिए तैयार हैं। सोनू मानेसर के मेवात में होने का कोई सबूत नहीं है।