प्रदेश व्यापी अभियान का प्रथम चरण होगा 7 से 12 अगस्त तक, दूसरा चरण में 11 से 16 सितंबर और तृतीय चरण 9 से 14 अक्टूबर तक, कुरुक्षेत्र में अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कसी कमर
कुरुक्षेत्र 3 अगस्त हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी. अनुपमा ने कहा कि भारत ने नियमित टीकाकरण को मजबूत करने के उद्देश्य से दिसंबर 2014 में एक आवधिक टीकाकरण प्रतिरक्षा अभियान मिशन इंद्रधनुष (एमआई) शुरू किया था। पिछले नौ वर्षों में मिशन ने टीकाकरण कवरेज पर सकारात्मक प्रभाव दिखाया है। नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे-4 (एनएफएचएस) (2015-16) में टीकाकरण कवरेज की 62 प्रतिशत की रिपोर्ट की तुलना में एनएफएचएस-5 (2019-21) में पूर्ण टीकाकरण कवरेज में 76.4 प्रतिशत पर्याप्त वृद्धि देखी गई।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी. अनुपमा वीरवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा के मिशन निदेशक कार्यालय, पंचकुला में सघन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) 5.0 के संबंध में राज्य संचालन समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी. अनुपमा ने कहा भारत का एमआर उन्मूलन लक्ष्य 2023 है, लेकिन हाल ही में खसरे के मामलों में वृद्धि हुई है। खसरा और रूबेला उन्मूलन के रोडमैप पर देश की प्रगति को फिर से व्यवस्थित करने और एमआर-आईईएजी की 5वीं बैठक में दिये गये लक्ष्य के अनुसार देश में आईएमआई 5.0 के माध्यम से खसरा और रूबेला के टीके की दो खुराक दिये जाने की 95 प्रतिशत से अधिक कवरेज को प्राथमिकता दी जा रही है। इन लक्ष्यों को पाने के लिए सघन मिशन इंद्रधनुष के तीन दौर 2023 में कार्यक्रम के अनुसार 7-12 अगस्त, 11-16 सितंबर और 9-14 अक्टूबर को आयोजित किए जाएंगे। जिसके तहत देश के सभी जिलों को कवर किया जाना है। लाभार्थी 5 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चे और गर्भवती महिलाएं जिनकी कोई भी खुराक छूट गई उन्हें लक्षित किया जाएगा।
जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने कहा कि जिले में हेड काउंट सर्वेक्षण (एचसीएस) आयोजित किए जाएंगे। एचसीएस सर्वेक्षण प्रारूप को 2-5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को शामिल करने के लिए संशोधित किया गया है। लाभार्थियों की बेहतर उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कम्युनिटी के परामर्श से ऑन डिमांड टीकाकरण समय तय किया जाएगा। यू-विन पोर्टल को लाभार्थियों के पंजीकरण, सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग के लिए मौजूदा पहले (ईवीआईएन) और दूसरे (को-विन) स्तंभों के आधार पर तीसरे स्तंभ के रूप में बनाया गया है। आईएमआई 5.0 के लिए सभी डेटा रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग के लिए यू-विन पोर्टल का उपयोग किया जाएगा। डा. मनीषा सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र में जिन बच्चों को वैक्सीनेट करना है, उनको चिन्हित कर लिया गया है और संबंधित क्षेत्र के एमओ को एक टारगेट भी दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इस अभियान की तैयारियों पूरी कर ली गई है। इस मौके पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक, डिप्टी डीईओ तुषार आदि अधिकारी उपस्थित थे।