पूर्व छात्र किसी भी शैक्षणिक संस्थान के ब्रांड एम्बेस्डर : प्रो. शुचिस्मिता
कुरुक्षेत्र, 22 जुलाई। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल की चेयरपर्सन एवं केयू डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर शुचिस्मिता ने कहा कि पूर्व छात्र किसी भी शैक्षणिक संस्थान के ब्रांड एम्बेस्डर होते हैं जिनसे उस शैक्षणिक संस्थान या स्कूल की पहचान राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अंकित होती है। यह विचार उन्होंने शनिवार को केयू यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल में आयोजित एलुमनी मीट कार्यक्रम में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पूर्व छात्र ही शैक्षणिक संस्थान को आगे ले जाने का कार्य करते हैं तथा इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन से पुरानी यादें ताजा होती हैं। इस अवसर उन्होंने सभी अतिथि गणों को अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित किया।
इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. सुखविंदर ने स्कूल में आए सभी पूर्व विद्यार्थियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत करते हुए कहा कि कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन एवं केयूके एलुमनी एसोसिएशन के निदेशक डॉ. अनिल मित्तल के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। एलुमनी मीट कार्यक्रम में 1987-88 बैच के पूर्व विद्यार्थियों ने शिरकत की जिसमें स्कूल के 27 पूर्व विद्यार्थी देश एवं विदेश में विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिष्ठित पदों पर आसीन होकर अपनी अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय एवं स्कूल का नाम रोशन कर रहे हैं। वहीं कुछ भारतीय सिविल सर्विसेज में कार्यरत तो कुछ शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में अपना सहयोग दे रहे हैं।
कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी शिक्षा विभाग की शिक्षिका सुनीता रानी द्वारा किया गया। इस अवसर पर स्कूल की वाइस प्रिंसिपल उर्मिल काजल, सभी शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे।
पूर्व छात्रों ने विचार किए साझा
केयू यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल में आयोजित एलुमनी मीट कार्यक्रम में देशभर से पहुंचे विद्वतजनों ने अपने विचार साझा किए। एलुमनी मीट के लिए आए मीनाक्षी, जसविंदर, नितिन यादव, प्रतिभा शर्मा, कुसुम, वनिता ढींगरा, संजय राणा, अरविंद ढींगरा, रजत अग्रवाल, विक्रम राणा, सुकांत, डॉ. प्रज्ञा कौशिक, रेखा, नवीन मेहता, अनुराग ढींगरा, नवदीप दत्ता, हेमलता, मनीषा, वरुण मेहता, मनीष गुप्ता, विकास चावला, संध्या वासवदत्ता व पारुल ने अपने अपने विचारों को सांझा किया और बताया कि किस तरह से स्कूल उस समय से लेकर आज तक विकास के पथ पर निरंतर बना हुआ है। इस अवसर पर सभी ने स्कूल की प्रगति की कामना करते हुए स्कूल की चेयरपर्सन प्रोफेसर शुचिस्मिता एवं प्रधानाचार्य डॉ. सुखविंदर का विशेष आभार प्रकट किया।