613 विद्यार्थियों का डाटा प्रथम चरण में हुआ ऑनलाईन

डॉ. राजेश वधवा
आज समाज नेटवर्क

कुरूक्षेत्र।  कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की लिखित परीक्षाओं में बनने वाले यूएमसी केसों से संबंधित विवरण विद्यार्थी अब ऑनलाइन चैक कर पाएंगे। परीक्षा शाखा द्वारा परीक्षाओं में नकल से संबंधित मामलों में शामिल विद्यार्थियों का डाटा ऑनलाइन कर दिया गया है। गुरुवार को परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में हुई बैठक में लिए गए निर्णय के बाद इन विद्यार्थियों का डाटा वेबसाइट पर अपलोड करने को मंजूरी दी गई। अब विद्यार्थी विश्वविद्यालय वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपनी पूरा विवरण चैक कर पाएंगे। परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह ने इस यूएमसी ऑनलाइन प्रक्रिया को शुरू करने की सेवा का शुभारंभ किया।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह ने बताया कि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में कुवि की मई/जून में स्नातक/स्नातकोत्तर (यूजी-पीजी) व अभियांत्रिकी (इंजीनियरिंग) की वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षाएं पूर्णतया नकल रहित संचालित की गई जिनमें लगभग 2300 विद्यार्थियों के यूएमसी केस बनाए गए। उन्होंने बताया कि नकल या अनुचित साधनों के प्रयोग से संबंधित मामलों में शामिल विद्यार्थियों का पूरा विवरण अब केयू वेबसाइट पर अपलोड किया गया है जिसके जरिए वह वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपनी यूएमसी सुनवाई के लिए होने वाली निर्धारित तिथि व समय चेक कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि केयू में पहली बार यूएमसी केस वाले विद्यार्थियों का विवरण वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। 18 मई से शुरू हुई इन परीक्षाओं के प्रथम चरण में 613 यूएमसी केसों की सुनवाई होगी। इन केसों की सुनवाई के लिए गठित यूएमसी कमेटियों की मीटिंग 25 जुलाई से शुरू होकर 4 अगस्त तक चलेंगी जिनमें परीक्षार्थियों को सहायक कुलसचिव (संचालन शाखा) के कार्यालय में पहुंचना होगा। प्रथम चरण के कोर्सेज में बी.ए. छठा सेमेस्टर, बी.एस.सी. छठा सेमेस्टर, बी.कॉम छठा सेमेस्टर, बीए मास कम्युनिकेशन छठा सेमेस्टर, बी.फार्मेसी छठा सेमेस्टर, बीबीए छठा सेमेस्टर, बीसीए छठा सेमेस्टर, बीएफए छठा सेमेस्टर, बीएचएम सीटी छठा सेमेस्टर, बीटीएम छठा सेमेस्टर, बीए/बी.कॉम तृतीय वर्ष के विद्यार्थी शामिल हैं। 5 अगस्त से 20 सितम्बर तक होने वाली यूएमसी सुनवाई मीटिंग में बाकी अन्य कोर्सेज को शामिल किया जाएगा। डॉ. सिंह ने बताया कि उक्त कोर्सेज में जिन विद्यार्थियों का यूएमसी केस बना है, वे विश्वविद्यालय की वेबसाइट  new.kuk.ac.in  पर जाकर एक्जामिनेशंस में यूएमसी केसिज़ पर क्लिक करके अपनी डिटेल देख सकते हैं। इसके जरिए वे अपनी संबंधित कोर्स व अनुक्रमांक द्वारा यूएमसी केस की सुनवाई हेतु दिए गए स्थान, तिथि व समय की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के छात्रों की सुविधा के लिए डिजिटलाइजेशन हमारी प्राथमिकता है। अब विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में अपनी परीक्षा संबंधी यूएमसी केस की सुनवाई हेतु समय व तिथि पूछने के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उन्होंने बताया कि इस ऑनलाईन लिंक के जरिए यूएमसी शाखा के कर्मचारियों की दक्षता में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ पेपर-लैस और कुशल तरीके से काम हो सकेगा। इसके साथ ही इस प्रक्रिया से डाक खर्च व कागज की भी बचत होगी जिससे उनकी कार्यकुशलता व कार्यक्षमता में भी वृद्धि होगी। डॉ. सिंह ने बताया कि यूएमसी केसों से संबंधित गाइडलाइन सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा फार्म में दर्शाई गई ई-मेल के माध्यम से भी भेजी जा रही है ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व इन केसों से संबंधित सुनवाई के लिए सभी संबंधित विद्यार्थियों को पत्र द्वारा सूचित किया जाता था। लगभग 15-20 दिनों पूर्व सभी विद्यार्थियों को यूएमसी केस से संबंधित जानकारी के लिए पत्र प्रेषित करना पड़ता था।
इस मौके पर सहायक कुलसचिव कश्मीरी लाल, अधीक्षक विनोद कुमार, सहायक राकेश कुमार, जाती राम, अनिल, राज कुमार, राजीव व राजबीर मौजूद रहे।


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