अंबाला में पिछले कई दिनों से रेहड़ी फड़ी एसोसिएशन स्थायी जगह के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे है। उनके धरने को सभी विपक्षी पार्टियों का समर्थन मिल रहा है। आज पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा भी धरना स्थल पर समर्थन करने के लिए पहुंचे। भाषण के दौरान उन्होंने साफ कह दिया कि चंडीगढ़ की तर्ज पर अंबाला में रेहड़ी फड़ी वालों को मार्किट के अंदर ही स्थायी जगह दी जाए। अंबाला में रेहड़ी फड़ी एसोसिएशन पिछले काफी समय से धरना प्रदर्शन कर रहे है। विनोद शर्मा ने अपने भाषण के दौरान बताया कि उन्होंने सबसे पहले 1980 में रेहड़ियां चंडीगढ़ में लगवाई थी। उन्होंने चंड़ीगढ़ में पक्के बूथ बनवाया। उन्होंने इस दौरान बड़ा एलान करते हुए कहा कि अंबाला में रेहड़ी फड़ी के लिए एक स्थायी ठिकाना बनाने का समर्थन करेंगे।
उन्होंने कहा कि जब सरकार बूथ बनाकर देगी तो निश्चततौर पर रेहड़ी फड़ी वाले दिल से काम करेंगे और रेहड़ी फड़ी वालों को मात्र 250 रुपए महीना सरकार को देना होगा। इस अवसर पर अंबाला की मेयर शक्तिरानी शर्मा भी उनके साथ रही। साथ ही विनोद शर्मा ने कहा कि गरीब लोग है, बड़ी मुश्किल से गुजारा होता है। बड़ी मुश्किल से 200 रुपए से 300 रुपए कमाते हैं। उन्होंने कहा कि यह जमीन नगर निगम की है और बकायदा नगर निगम की हाउस की बैठक में एजेंडा पास किया गया है, जब तक इनकी दूसरी जगह निर्धारित नही होती, तब तक उन्हें यहां पर कारोबार करने की परमिशन दी थी। इनके पास लाइसेंस भी है, मुझे लगता है कि इन्हें रेहड़ी फड़ी लगाने की परमिशन मिलनी चाहिए। रेहड़ी फड़ी वालों के साथ खड़े है और हमें उनका समर्थन करना चाहिए और उन्हें रोजगार कमाने का मौका मिलना चाहिए।