6 चोरियों में शामिल आरोपी गिरफ्तार, लाखों के जेवर व नकदी बरामद
लाडवा, 3 जुलाई : (विजय कौशिक)। कस्बे के गांव गोविंदगढ़ में लगभग एक साल से हो रही चोरी की घटनाओं का पुलिस ने पटाक्षेप कर दिया। इतना ही नहीं 2 जुलाई रविवार दिनदहाड़े हुई चोरी का खुलासा करते हुए आरोपी को लाखों रुपए के जेवर व नगदी सहित गिरफ्तार करने में भी पुलिस ने सफलता हासिल की है। आरोपी ने गांव में हुई पिछली चोरियों को अंजाम देना भी कबूल किया है। आरोपी की पहचान सुनील उर्फ बंटी पुत्र प्रेमचंद निवासी गोविंदगढ़ लाडवा के रूप में हुई है। आरोपी एशप्रस्ति तथा नशे के लिए चोरी की वारदातों को अंजाम देता था। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार विधवा महिला शकुंतला निवासी गोविंदगढ़ लाडवा ने अपनी शिकायत में बताया कि 2 जुलाई को वह अपने परिवार सहित खेतों में जीरी लगाने के लिए मजदूरी पर गई हुई थी। दोपहर 12 बजे जब वह अपने घर खाना खाने के लिए आए तो घर का ताला टूटा हुआ था और सामान बिखरा पड़ा था। जब उन्होंने अंदर जाकर देखा तो लोहे की पेटी का ताला भी टूटा हुआ था। लोहे की पेटी में रखे जेवर 5 जोड़ी पाजेब, गले का लॉकेट, एक जोड़ी हजारदाना, एक हार, एक सोने का ताबीज तथा 25 सौ रुपये नकदी गायब मिली। पीड़िता ने बताया कि उसकी भतीजी पायल ने गांव के ही एक युवक सुनील उर्फ बंटी को घर की दीवार फांदते हुए देखा। आरोपी ने कबुली चोरी की 6 वारदातें :
थाना प्रभारी प्रेमचंद ने बताया कि उन्होंने लगभग एक महीना पहले ही लाडवा थाने का पदभार संभाला है। कहा कि गोविंदगढ़ गांव से लगभग एक साल से चोरी की शिकायतें मिल रही थी । 2 जुलाई को भी चोरी की शिकायत पीड़ित विधवा महिला द्वारा दी गई थी । उन्होंने संज्ञान लेते हुए एक आरोपी युवक को लाखों के जेवर व नगदी सहित गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी ने पिछली छह चोरी की वारदातों को भी कबूल किया है।
आरोपी रेकी कर दिनदहाड़े बंद मकान को बनाता था निशाना :
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी रेकी के बाद दिनदहाड़े बंद मकान को निशाना बनाता था। आरोपी कोई काम धंधा नहीं करता था और एशप्रस्ति व नशे के लिए चोरी की वारदातों को अंजाम देता था।
बेचने की बजाय जेवरों पर लेता था लोन : आरोपी ने कड़ी पुलिस पूछताछ में बताया कि वह सोची समझी साजिश के तहत सोने व चांदी के जेवर को नहीं बेचता था। वह जेवरों को प्राइवेट गोल्ड लोन कंपनी में गिरवी रखकर पैसे ले लेता था और लोन की किस्त भी नहीं भरता था।