3 जुलाई को पिहोवा, 5 जुलाई को इस्माईलाबाद और 7 जुलाई को बाखली मंडल में आयोजित शिविरों में उपस्थित रहेंगे संबंधित विभागों के अधिकारी, गांव की आबादी से एक किलोमीटर की परिधि में आने वाले डेरों में 24 घंटे बिजली देने का सर्कुलर पत्र जारी, एक सप्ताह तक एसडीओ कार्यालय में करें आवेदन
पिहोवा 1 जुलाई राज्य मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि परिवार पहचान पत्र में हुई त्रुटियों को दूर करने के लिए जुलाई के इसी सप्ताह में तीन दिन कैंप आयोजित किया जाएगा। जिसमें पीपीपी में दर्ज हुई गलत आय से लेकर नाम व नए सदस्य जोड़ने संबंधी समस्याओं का निवारण किया जाएगा। इस शिविर में कोई भी व्यक्ति आवश्यक दस्तावेज लेकर उपस्थित हो सकता है।
राज्य मंत्री संदीप सिंह गांव भैंसी माजरा में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि 3 जुलाई को पिहोवा, 5 जुलाई को इस्माईलाबाद और 7 जुलाई को बाखली मंडल में यह शिविर आयोजित किए जाएंगे। जिनमें संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहकर लोगों की परिवार पहचान पत्र व अन्य सरकारी दस्तावेजों की खामियों को दूर करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहल से यह प्रदेश का पहला ऐसा कैंप होगा, जिसमें खुले दरबार के रूप में परिवार पहचान पत्र एवं अन्य दस्तावेजों संबंधी समस्याओं का निवारण किया जाएगा। इसके अलावा बिजली संबंधी योजना की जानकारी देते हुए राज्य मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गांव की आबादी से एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले डेरे-ढाणियों के लिए 24 घंटे बिजली की योजना शुरू की है। जिसका सर्कुलर जारी हो चुका है। इस योजना का लाभ उठाने वाले लोगों को एक सप्ताह के भीतर आवेदन करने का समय दिया गया है। एक सप्ताह के अंदर डेरों में रहने वाले लोगों को अपने परिवारों के पहचान पत्र एवं एप्लीकेशन संबंधित बिजली विभाग के एसडीओ कार्यालय में जमा करानी होगी। जिसके बाद विभाग उनकी रिपोर्ट तैयार करेगा।
उन्होंने कहा कि गांव की अधूरी पड़ी फिरनियों और श्मशान घाटों को शिवधाम योजना के तहत पक्का करने का काम भी प्रदेश सरकार कर रही है। उन्होंने ग्राम वासियों की समस्याएं सुनकर उनके निवारण के लिए निर्देश दिए और सरकार की योजनाओं व उपलब्धियों के बारे में आमजन को विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस मौके पर भाजपा नेता रामकिशन दुआ, राजेंद्र बाखली, मंडल अध्यक्ष राकेश पुरोहित, सरपंच शीला देवी, सुभाष ढांडा, कर्मवीर ढांडा, जय भगवान गोयत, रमेश शर्मा, रामस्वरूप फौजी, विकास ढांडा, वीरभान शर्मा, जय भगवान नागल, राजबीर पंच, मोहन लोहार माजरा, कश्मीरी अरुणाय आदि मौजूद थे।