सीटीएम हरप्रीत कौर व बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता ने ग्रीष्मकालीन शिविर के समापन समारोह में की शिरकत, विभिन्न गतिविधियों में शामिल बच्चों को वितरित किए प्रमाण पत्र
कुरुक्षेत्र 28 जून नगराधीश हरप्रीत कौर ने कहा कि छात्र जीवन में खेलों और अन्य ज्ञानवर्धक गतिविधियों का अत्यधिक महत्व है, जहां खेलों से विद्यार्थियों का शारीरिक विकास होता है, वहीं विभिन्न ज्ञानवर्धक गतिविधियों से विद्यार्थियों के मानसिक और कौशल विकास में बढ़ोतरी होती है। इसी विषय को ध्यान में रखते हुए बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेलों व अन्य ज्ञानवर्धक गतिविधियों में भाग लेने के प्रति जागरूक करना काफी जरूरी है।
सीटीएम हरप्रीत कौर बुधवार को हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा स्थानीय बाल भवन परिसर में आयोजित ग्रीष्मकालीन शिविर-2023 के समापन समारोह पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। इससे पहले नगराधीश हरप्रीत कौर, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद चंडीगढ़ की मानद महासचिव रंजीता मेहता ने विधिवत रुप से दीप प्रज्जवलन करके ग्रीष्मकालीन शिविर-2023 के समापन समारोह कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सीटीएम हरप्रीत कौर ने कहा कि छात्र विभिन्न प्रकार के खेल, खेल सकते है, जैसे घर में खेले जाने वाले खेल (जिन्हें हम इनडोर खेल भी कहते है) जैसे- कैरम, शतरंज, वीडियो गेम, लूडो आदि इन खेलों में केवल मानसिक विकास होता है लेकिन शारीरिक विकास नहीं, शारीरिक विकास के लिए छात्रों को मैदान में उतरना पड़ेगा मैदान में कई ऐसे खेल खेले जाते हैं जिनसे छात्रों का शारीरिक व मानसिक दोनों विकास होते है। इसके साथ-साथ विद्यार्थियों को अपने कौशल विकास में भी बढ़ोतरी करनी होगी। विद्यार्थियों के कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए इस प्रकार के ग्रीष्मकालीन शिविर काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है।
मानद महासचिव रंजीता मेहता ने परिषद् द्वारा समर कैंप के दौरान बच्चों को सिखाई गई विभिन्न गतिविधियों को सराहा और कहा कि परिषद् बच्चों के कल्याण के लिये सदैव तत्पर रहती है। उन्होंने बच्चों को जीवन में हमेशा आगे बढने की प्रेरणा देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस समापन समारोह में सभी प्रतिभागी बच्चों को सर्टिफिकेट वितरित किये गए व सभी को रिफेसमेंट भी वितरित की गई। जिला बाल कल्याण अधिकारी नीलम ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद चण्डीगढ़ के आदेशानुसार जिला बाल कल्याण परिषद कुरुक्षेत्र द्वारा बाल भवन कुरुक्षेत्र, पिहोवा व लाडवा में 1 जून से समर कप का आयोजन किया जा रहा था। जिसमें बाल भवन कुरुक्षेत्र में नृत्य, आर्ट एंड क्राफ्ट, मेंहदी, जूडो-कराटे की कक्षाओं का आयोजन किया गया। बाल भवन लाडवा व पिहोवा में नृत्य व मेहंदी की कक्षाओं का आयोजन किया गया। इस समर कैंप में 241 बच्चों ने भाग लिया व अपनी-अपनी प्रतिभा को निखारा।
जिला बाल कल्याण अधिकारी नीलम ने कहा कि परिषद द्वारा समर कैंप के दौरान नृत्य कक्षाओं में लडक़े व लड़कियों को पंजाबी भंगडा, बालीवुड की स्टाईल, वेस्टर्न क्लासिकल व हरियाणवी हिन्दी आदि गानों पर नृत्य सिखाया गया। आर्ट एंड क्राफ्ट में पेंटिंग, ड्राइंग सिनरी, डॉट पेंटिंग, कैनवास पेंटिंग, सीट पेंटिंग व पोट पेंटिंग, मीनाकरी आदि की कला सिखाई गई। मार्शल आर्ट प्रशिक्षण के दौरान स्ट्रेचिंग एक्साइज फुल बोडी वार्मिंग अप एक्सरसाइज स्वयं का बचाव करना, हाई किक पच पोजिशन, कुश किक सिंगल डबल व टिपल पंच व सेल्फ डिफेस आदि का प्रशिक्षण दिया गया। मेहंदी में इंडियन मेहंदी, ब्राइडल वेस्टर्न, अरबिक व मिक्स मेहंदी आदि का प्रशिक्षण दिया गया, जिससे न केवल लडकिया आत्मनिर्भर बनेगी बल्कि उनके आय के साधन भी बनेगे। इसके अलावा समर कैम्प के विभिन्न विषयों जैसे पर्यावरण दिवस मनाना, यातायात के नियमों के बारे में जानकारी देना, बच्चों के अधिकारों आदि विषयों पर जागरूक करने के लिये टॉक शोज आयोजित किए गए। समर कैम्प के दौरान प्रतिभागी बच्चों के लिए हल्की खान की वस्तुएं दी गई।
उन्होंने कहा कि समर कैम्प के समापन समारोह में छोटे-छोटे बच्चों द्वारा सुन्दर-सुन्दर पंजाबी, हरियाणवी, क्लासिकल गानों पर रंगारंग प्रस्तुतियां दी, जिसने सभी का मन मोह लिया। बच्चों ने जूडो-कराटे की विभिन्न विधाओं का प्रदर्शन किया। मेहंदी की लड़कियों द्वारा हाथों पर विभिन्न प्रकार की मेहंदी रचाई गई। समर कैंप के दौरान आर्ट एंड क्राफ्ट के बच्चों द्वारा बनाई गई विभिन्न प्रकार की पोट पेंटिंग, डॉट पेंटिंग, कैनवास व मीनाकरी आदि की कला को भी बच्चों द्वारा प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक मीना कुमारी, राजकुमार, सुमित कुमार, संगीता, राजबाला, राकी, संतोष शर्मा आदि उपस्थित रहे।