ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर व जानलेवा बीमारी के बारे में जागरूकता जरूरी
कुरुक्षेत्र, 07 जून। विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस पर डॉ जैन न्यूरोकेयर एंड मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डॉ हिमांशु जैन एम.बी.बी.एस., एम.एस.,एम.सी.एच ने बताया कि ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर व जान लेवा बीमारी के बारे में जागरूक करना व गलत धारणाएं खत्म करना। पीडित रोगियों की मदद कैसे की जाए, इसलिये यह दिवस मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि ब्रेन ट्यूमर मरीजों को अपथ्य खानपान, स्वास्थ्य के प्रति लाहपरवाही अल्कोहल व धूम्रपान का सेवन, वंशानुगत, शरीर में किसी अन्य भाग में अगर कैंसर है, तो ब्रेन में भी पहुंचने की संभावना बढ़ सकती है। कार्यस्थल पर रेडिएशन, कैमिकल और पेस्टिसाइड का अधिक मात्रा में होने के कारण विश्व में दिन प्रतिदिन ब्रेन ट्यूमर के मरीज बढ़ते जा रहे है। ब्रेन ट्यूमर के शुरू में लक्षण पहले सिर में लगातार हल्का दर्द रहना व धीरे धीरे अधिक बढ़ना, चक्कर आना, उल्टी आना,आखों की रोशनी कम होना. या धुंधला दिखाई देना, हमेशा हाथ- पैर में सनसनी होना,सोचने, बोलने और भाषा को समझने में कठिनाई होना, सुनने, स्वाद या स्मेल में दिक्कत होना, शरीर के एक हिस्से में कमजोरी आना, व्यक्ति का संतुलन खोना या फिर बार-बार चक्कर आना, भ्रम और भटकाव की स्थिति पैदा होना। ब्रेन ट्यूमर का रोकथाम हेतु योगा करना, बायोप्सी के जरिए यह पता लगाया जाता है कि शरीर में कैंसर किस जगह व कितना है इसीलिए बायोप्सी कराना भी लाभदायक होता है। ट्यूमर जब ज्यादा बढ़ जाता है और उसका इलाज संभव नहीं हो पाता, तो डॉक्टर ब्रेन सर्जरी की सलाह देते हैं। फल और सब्जियों का सेवन ब्रेन ट्यूमर वालों के लिए कुछ ज्यादा ही लाभदायक होते हैं।, तंबाकू के सेवन से बचें ट्यूमर के मरीज को इससे बहुत परहेज करना चाहिए। अधिक वजन से भी कई सारी बीमारियां हो जाती हैं इसीलिए वजन को नियंत्रित रखना चाहिए। किसी भी तरह के कैंसर से बचने के लिए टीकाकरण कराते रहना चाहिए।
फोटो परिचय
कुरुक्षेत्र। न्यूरो सर्जन डॉ हिमांशु जैन।