हरियाणा के करनाल स्थित कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में मेडिकल स्टूडेंट्स के साथ यौन उत्पीड़न मामले की जांच कर रही कमेटी को अब विधानसभा कमेटी ने तलब किया है। सीधा सवाल पूछा जाएगा, आखिर अब तक की जांच में क्या क्या किया? किस किस एंगल पर जांच हुई।
बैठक 31 जनवरी को चंडीगढ़ में होगी। जांच कमेटी की अभी तक की जांच पर विधानसभा कमेटी के सदस्य असंध विधायक शमशेर सिंह गोगी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। इससे साफ है कि विधायक जांच कमेटी से संतुष्ट नहीं है।
समीक्षा बैठक की तारीख फिक्स होते ही जांच कमेटी में अब खलबली मची हुई हैं। क्योंकि पहले दिन से जांच कमेटी पर सवाल उठ रहा है।
विधायक दल की कमेटी में शामिल असंध से कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने कहा कि 31 जनवरी को चंडीगढ़ में मेडिकल कॉलेज की आंतरिक जांच कमेटी से अब तक जो जांच हुई है, उसको लेकर समीक्षा बैठक की जाएगी। फिलहाल आंतरिक जांच कमेटी क्या कर रही है। अब तक उन्होंने से इस बारे में किसी तरह का अपडेट नहीं दिया है।
इसलिए समीक्षा की जरूरत हुई महसूस
जांच कमेटी पर कई तरह के आरोप लग रहे हैं, जिसमें छात्राओं को शिकायत वापस लेने का दबाव उन पर बनाया जा रहा था। इसलिए जांच में आखिर अब तक हुआ क्या? इसे लेकर समीक्षा की जरूरत महसूस हुई। विधायक ने बताया कि यह बेहद संगीन मामला है। निश्चित ही यह लड़कियों की सुरक्षा और प्रतिष्ठा से जुड़ा मामला है। इसे हलके में नहीं लिया जा सकता। कोशिश होनी चाहिए कि पीड़ित पक्ष को उचित इंसाफ मिले।
एनेस्थीसिया विभाग की HOD भी संदेह के घेरे में
इधर, आरोपी पर कॉलेज प्रशासन पूरी तरह से मेहरबान नजर आ रहा है। OT मास्टर को एनेस्थीसिया विभाग की HOD डॉ. फौजिया का पूरा समर्थन प्राप्त था। पीड़ित छात्राओं ने इस बात का जिक्र किया है। छात्राओं का आरोप है कि डॉ. फौजिया ने कई बार उनसे कोरे कागजों पर साइन कराए।
डॉ. फौजिया की मेहरबानी की वजह से OT अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर छात्राओं को प्रताड़ित करता था। यहां तक की उनके मोबाइल अपने पास ऑफिस में जमा करवा लेता था। HOD की छूट का OT मास्टर पूरी मनमानी करता था। एक ही क्लास में दो CR बना दिए। बताया जा रहा है कि डॉ. फौजिया को पूछताछ के लिए कमेटी ने तलब किया था।