हरियाणा के अज्ञात अपराधियों को बेनकाब करने के लिए पुलिस विभाग ने सख्त रवैया अपना लिया है।। हरियाणा पुलिस विभाग ऐसे क्रिमिनल्स की लिस्ट तैयार कर रहा है, जिनकी पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन उन्हें सामने लाने के लिए पुलिस विभाग ने कमर कस ली है। अब प्रदेशभर के नौजवान हरियाणा पुलिस के रडार पर हैं।

पुलिस अब उन युवाओं पर नजर रखेगी, जो नियमित रूप से फोन या वाहन बदलने का शौक रखते हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह शौक इस बात का संकेत हो सकता है कि वह अपराध की दुनिया से जुड़ा हुआ है। अगर कोई युवक एक साल से अधिक समय से लापता है तो इसका मतलब यह हो सकता है कि वह किसी गिरोह का हिस्सा है।

पुलिस विभाग की ग्राम प्रहरी योजना
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, विभाग ने पुलिस ग्राम प्रहरी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत पुलिसकर्मी हर 15 दिन में गांवों का दौरा करेंगे, जो गांवों में संदिग्ध युवकों के बारे में डेटा एकत्र कर मुख्यालय भेजेंगे। पुलिस की एक टीम, जिन्हें उनके संबंधित क्षेत्रों में विशेष गांवों की जिम्मेदारी सौंपी गई है, को हर पखवाड़े में इन गांवों का दौरा करना होगा। ग्रामीणों के साथ बातचीत करनी होगी, ताकि अपराधी किस्म के युवाओं की जानकारी मिल सके।

मूसेवाला मर्डर से सबक लेगी पुलिस
पंजाब के सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में हरियाणा से कई अपराधिरयों के नाम आए। इनमें से कुछ अपराधी पहले से ही पुलिस के रडार पर थे। पश्चिमी यूपी, राजस्थान और पंजाब समेत पड़ोसी राज्यों में हुई वारदातों से भी इनके नाम जुड़े हैं। एक अधिकारी ने बताया कि ग्राम प्रहरी योजना ऐसे सभी अपराधियों के बारे में खुफिया जानकारी प्राप्त करने के उद्देश्य से ही शुरू की जा रही है।

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