प्रत्येक आनर्स कोर्स के लिए 20 सीटे
कुवि आईआईएचएस में पहली बार 4 वर्षीय स्नातक 13 ऑनर्स कोर्स होंगे शुरू
कुरुक्षेत्र, 27 मई। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटेड एंड ऑनर्स स्टडीज (आईआईएचएस) में पहली बार राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 स्कीम-सी के तहत् 4 वर्षीय 13 स्नातक ऑनर्स कोर्स इस सत्र से शुरू किए जाएंगे। यह जानकारी आईआईएचएस की प्राचार्या प्रो. रीटा ने दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत इसी सत्र से बीएससी विद मेजर इन बॉटनी, बीएससी विद मेजर इन बायोकेमिस्ट्री, बीएससी विद मेजर इन केमिस्ट्री, बीएससी विद मेजर इन फिजिक्स, बीएससी विद मेजर इन गणित, बीएससी विद मेजर इन जूलॉजी, बीएससी विद मेजर इन कंप्यूटर साइंस, बीए विद मेजर इन संस्कृत, बीए विद मेजर इन अंग्रेजी, बीए विद मेजर इन हिंदी, बीए विद मेजर इन इतिहास, बीए विद मेजर इन इकोनॉमिक्स तथा बीए विद मेजर इन साइकोलॉजी कोर्सिज में इस सत्र से आनर्स शुरू की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटेड एंड ऑनर्स स्टडीज (आईआईएचएस) संस्थान की स्थापना आनर्स कोर्सिज के लिए की गई थी। इसी कड़ी में विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के नेतृत्व में इसी सत्र से आनर्स पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए प्रत्येक आनर्स कोर्स में 20 सीटें निर्धारित की गई हैं। इसके लिए दाखिले की प्रक्रिया 1 जून से शुरू होगी। आनलाइन फार्म भरने की अंतिम तिथि 21 जून निर्धारित की गई है। आनर्स कोर्स के माध्यम से विद्यार्थी 13 विषयों में विषय विशेषज्ञता के माध्यम से कौशलता हासिल करेंगे।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि इस वर्ष बीए प्रथम वर्ष के लिए 400 सीटों का निर्धारण किया गया है जबकि बीएससी लाइफ साइंसिज में 120 सीटें निर्धारित की गई हैं। बीएससी फिजिकल सांइसिज में 300 सीटें, एमएससी फाइव इयर इंटिग्रेटिड इन बायोटेक्नोलॉजी में 20 सीटें, फाइव ईयर इंटिग्रेटिड एमएससी ऑनर्स अर्थशास्त्र में 20 सीटे, बीसीए के लिए 100 सीटें, बीकॉम के लिए 120 सीटें, बैचलर आफ टूरिज्म एवं ट्रैवल मैनेजमेंट के लिए 45 सीटें तथा बीएससी होम साइंस के लिए इस सत्र में 40 सीटे निर्धारित की गई हैं।
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बीए डिग्री विद् भगवद् गीता स्टडीज इसी वर्ष से शुरू
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में आईआईएचएस संस्थान में बीए डिग्री विद् भगवद् गीता स्टडीज को शुरू किया जाएगा जिसमें भगवद् गीता को एक विषय के तौर पर पढ़ाया जाएगा। गौरतलब है कि इस कड़ी में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा जिओ गीता संस्थान के साथ गीता के प्रचार-प्रसार व छात्रों को गीता के प्रति जागरूक करने के लिए एमओयू भी किया जा चुका है। इसके तहत् विश्वविद्यालय के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र के माध्यम से पीजी डिप्लोमा इन भगवद् गीता स्टडीज एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी शुरू किया जा चुका है। इसके साथ बीए डिग्री विद् भगवद् गीता स्टडीज को इसी सत्र से शुरू किया जा रहा है जो विद्यार्थियों में मानवीय मूल्यों के विकास में सहायक सिद्ध होगा।
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स्नातक स्तर पर जियोफिजिक्स कोर्स हरियाणा में पहली बार
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि आईआईएचएस संस्थान में स्नातक स्तर पर पूरे हरियाणा में जियोफिजिक्स विषय को पहली बार शुरू किया जा रहा है। इसके लिए 20 सीटे निर्धारित की गई हैं। इससे पूर्व हरियाणा के किसी भी कॉलेज/संस्थान में स्नातक स्तर पर जियोफिजिक्स विषय को नहीं पढ़ाया जाता है।
प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग इंडस्ट्री सभी व्यवसायों का केंद्र बिंदुः प्रो. महासिंह पूनिया
बी.एस.सी. प्रिंटिंग पैकेजिंग के ऑनर बोर्ड का अनावरण किया
ऑनर बोर्ड में विद्यार्थियों को मिला स्थान
बी.एस.सी.प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग कोर्स की 50 सीटों और एम.एस.सी. प्रिंटिंग ग्राफिक्स एंड पैकेजिंग कोर्स की 15 सीटों पर आवेदन आमंत्रित
कुरुक्षेत्र, 27 मई। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के कुशल मार्गदर्शन में जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने संस्थान में संचालित बी.एस.सी. प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग के ऑनर बोर्ड का अनावरण किया है। इस ऑनर बोर्ड के माध्यम से संस्थान ने अपने पूर्व विद्यार्थियों को स्थान देकर सम्मानित किया। इस ऑनर बोर्ड में सम्मिलित सभी विद्यार्थी अपने कोर्स के वर्तमान और भविष्य में आने वाले विद्यार्थियों के लिए ‘आईकन’ बनने का कार्य करेगे जो देशभर की लघु, मध्यम और बड़ी प्रिंटिग एंड पैकेजिग इंडस्ट्री में कार्य कर रहे हैं और राष्ट्र निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
इस अवसर पर निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने कहा विश्व में प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग इंडस्ट्री दूसरे नंबर की इंडस्ट्री है जो विभिन्न कंपनियों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को प्रिंटिग एंड पैकेजिंग, सुविधाएं उपलब्ध करवाती है। उन्होंने कहा कि प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग उत्पाद हमारे दैनिक जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में सम्मिलित हैं जिससे व्यक्ति, समाज और राष्ट्र विकसित होता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि वर्तमान दौर में प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग इंडस्ट्री सभी व्यवसायों का केंद्र बिंदु बन गया है। संस्थान राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत नये पाठ्यक्रमों के तहत प्रिंटिग एंड पैकेजिंग कोर्स को संचालित करता है जो प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग इंडस्ट्री की मांग के अनुरूप कौशलयुक्त युवाओं को सरकारी और गैरसरकारी क्षेत्रों में रोजगार हेतु उपलब्ध करवा रहा है। इसी के तहत संस्थान विद्यार्थियों की कैपस प्लेसमेंट समय-समय पर करवाता है।
निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र में सत्र 2025-26 के लिए एडमिशन आमंत्रित हैं जिसके अंतर्गत बी.एस.सी. प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग की 50 सीटों और एम.एस.सी. प्रिंटिंग ग्राफिक्स एंड पैकेजिंग की 15 सीटों पर एडमिशन प्रक्रिया चल रही हैं जिसमें बीए.सी. प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग के लिए 30 मई और और एम.एस.सी. प्रिंटिंग ग्राफिक्स एंड पैकेजिंग हेतु 15 जून तक आवेदन कर सकते हैं।
इस अवसर पर डॉ. आबिद अली, राकेश कुमार, सचिन कुमार, डॉ. तपेश किरण, प्रीति, जितेंद्र रोहिल्ला, कंवरदीप मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
विद्यार्थियों ने किया कुवि के संगीत एवं नृत्य विभाग का भ्रमण
कुरुक्षेत्र, 27 मई। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संगीत एवं नृत्य विभाग में शैक्षणिक भ्रमण के दौरान जयराम विद्यापीठ सैनिक स्कूल, लोहार माजरा के विद्यार्थियों ने विभाग का अवलोकन किया। इसी कड़ी में विभाग के सेमिनार कक्ष में सांगीतिक विधाओं की प्रस्तुतियां विभाग के ही विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत की गईं जिसमें नृत्य, गायन, सितार व तबला वादन की झलकियों का प्रदर्शन किया गया। सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों ने ऑडियो स्टूडियो में रिकार्डिंग की प्रक्रिया को रोचक ढंग से समझा।
विभाग के शिक्षक डॉ. अशोक शर्मा एवं डॉ. हरविंदर सिंह ने बच्चों को संगीत शिक्षण की बारीकियों से अवगत कराया तथा कक्षा कक्ष दिखाया। विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ आरती श्योकंद ने आगंतुक अध्यापकों व विद्यार्थियों का स्वागत व अभिनंदन किया व विभाग में संचालित मास्टर ऑफ परफोर्मिंग आर्ट(एम. पी. ए.) व एम. ए. का संक्षिप्त परिचय भी रखा। इस दौरान विभाग के सभी शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित रहे।