पंचायत भवन में जिलास्तरीय सम्मान समारोह सम्पन्न,उल्लास कार्यक्रम की सफलता में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 100 हितधारक हुए सम्मानित
कुरुक्षेत्र, 2 मई। उल्लास नवसाक्षर भारत कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को पंचायत भवन में जिला स्तरीय सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें उल्लास कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 100 से अधिक प्राचार्य, शिक्षक आदि हितधारकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्षा कंवलजीत कौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रही जबकि समारोह की अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी सन्तोष शर्मा व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने की।
जिला परिषद अध्यक्षा कंवलजीत कौर ने कहा कि पूर्ण साक्षरता प्राप्त करना हमारे विकसित भारत के दृष्टिकोण के लिए महत्वपूर्ण है, और उल्लास कार्यक्रम इस दिशा में एक अभूतपूर्व प्रयास है। भारत सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश में उल्लास के तहत एक करोड़ से अधिक लोग नवसाक्षर हुए हैं, जिनको बकायदा प्रमाण पत्र जारी किए जा चुके हैं। पिछली पहलों के विपरीत, उल्लास कर्तव्यबोध की गहरी भावना से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में प्रत्येक व्यक्ति के उत्थान की सामूहिक जिम्मेदारी, कर्तव्य की यह भावना ही उल्लास को अलग बनाती है। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही देश 100 प्रतिशत साक्षरता के लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा और मुख्यमंत्री का गृह जिला होने के चलते कुरुक्षेत्र जिला सबसे पहले यह टारगेट पूरा करेगा।
उन्होंने आह्वान किया कि आइए इस आंदोलन के लिए एक नारे के रूप में जन जन साक्षर  हर व्यक्ति के लिए साक्षरता  को अपनाएँ। उन्होंने कहा कि शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया को आनंददायक और प्रासंगिक बनाना भी महत्वपूर्ण है। शिक्षण विधियों को शिक्षार्थियों की प्राथमिकताओं और आवश्यकताओं को पूरा करना चाहिए, जिसमें खेल, लोक भाषा और दैनिक कार्य-संबंधी गतिविधियां शामिल होनी चाहिए।  हम सब मिलकर इस नेक काम के लिए प्रतिबद्ध हों और ज्ञान और विकास के माध्यम से अपने देश को बदलें। जिला प्रशासन, परिषद व सरकार विद्यालयों की बेहतरी के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी प्रकार के संसाधनों की कमी नही आने दी जाएगी।
जिला परिषद उपाध्यक्ष डीपी चौधरी ने कहा कि शिक्षा जिला परिषद की भी प्राथमिकता में शामिल है। परिषद की ओर से अनेक स्कूलों को कम्प्यूटर, प्रिंटर, साउंड सिस्टम आदि मुहैया करवाए गए हैं। सभी स्कूल अपनी-अपनी जरूरतों के अनुसार डिमांड भेजें, उन्हें जल्द पूरा किया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी सन्तोष शर्मा ने कहा कि यह कार्यक्रम उन लोगों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया है, जिन्होंने उल्लास कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, ताकि सभी प्रेरित हों और काम बेहतर हो। उन्होंने कहा कि इस काम को राष्ट्रीय कर्तव्य व दायित्व समझते हुए पूरी निष्ठा से उल्लास कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रयास करें। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने कहा कि विद्यालयों में प्रवेश उत्सव कार्यक्रम चल रहा है और दाखिल बढ़ाने के लिए अध्यापक घर घर जाकर प्रयास करें।
इस अवसर पर जिला परिषद उपाध्यक्ष धर्मपाल चौधरी, डीपीसी सन्तोष चौहान, डिप्टी डीईओ इंदु कौशिक, बीईओ रामराज, विजेंद्र, ज्ञानचंद, कमल बत्रा आदि उपस्थित रहे। जिला उल्लास कॉर्डिनेटर संजय कौशिक ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की जबकि मंच संचालन अमित मलिक व अमित कौशिक ने किया।
इस वर्ष 34 हजार 500 का लक्ष्य
जिला उल्लास कोऑर्डिनेटर संजय कौशिक ने बताया कि इस वर्ष जिला के लिए 34 हजार निरक्षरों की पहचान कर पंजीकृत व शिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। थानेसर खंड के लिए 11400, पिहोवा व शाहबाद खण्ड के लिए 7900-7900, लाडवा खण्ड के लिए 5200 व बाबैन खण्ड का लक्ष्य रखा गया है। गत वर्ष 26125 लोगों की पहचान व पंजीकरण किया गया था जबकि परीक्षा में 19332 लोग शामिल हुए थे।

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